लगातार बारिश से निचले इलाकों में डूबी धान की फसल
जिले में धान की रोपनी के बाद पिछले सप्ताह से हो रही वर्षा से कई एकड़ धान की फसल पानी में डूब गई है। इससे किसानों की चिता बढ़ गई है।
सिवान । जिले में धान की रोपनी के बाद पिछले सप्ताह से हो रही वर्षा से कई एकड़ धान की फसल पानी में डूब गई है। इससे किसानों की चिता बढ़ गई है। लगातार बढ़ रहे बारिश के पानी से निचले इलाकों में बसे लोग भी परेशान हैं। काश्तकार इस बात से निराश व परेशान हैं कि यदि पानी नहीं ऐसी बारिश अगर लगातार आगे भी हुई तो फसल पूरी तरह चौपट हो जाएगी। इधर सरयू नदी भी उफान पर चल रही है। दिनोंदिन जलस्तर बढ़ रहा है। गुठनी प्रखंड के जतौर, भगवानपुर, जमुआंव, करेजी, बेलौर, बेलौरी चिल्हमरवा समेत दर्जनों गांवों की फसल जलजमाव होने के कारण डूब गई हैं। किसानों की मानें तो बीते 15 दिन में ही धान की रोपनी है। बारिश ने किसानों के मनोबल पर पानी फेर दिया है। जिन क्षेत्रों में धान की फसल बहुत अच्छी होती थी उन क्षेत्रों में ही बाढ़ जैसी स्थिति पैदा हो गई है। बेलौर में जिन किसानों की धान की फसल डूबी हुई उनमें मुख्य रूप से विजय भगत, मुन्ना भगत, भरत भगत, बालचंद भगत, दिनचंद भगत, नवल भगत, लालवचन ठाकुर, रामवचन ठाकुर आदि शामिल हैं। थाना परिसर में जलजमाव होने से बढ़ी परेशानी
संस, महाराजगंज (सिवान) : अनुमंडल मुख्यालय स्थित थाना परिसर में जलजमाव होने से अधिकारियों से लेकर पुलिसकर्मियों को परेशानी का सामना करना पड़ रहा है। थाना परिसर में अधिकारियों का आवास, पुलिस बैरक में जलजमाव हो गया है। जलजमाव से निजात के लिए नगर पंचायत द्वारा तीन दिन पहले पंपसेट लगाकर पानी की निकासी कराई गई थी, लेकिन लगातार बारिश होने से परिसर में फिर पानी जमा हो गया है जिससे सभी को परेशानी का सामना करना पड़ रहा है। जलजमाव का मुख्य कारण मुख्य नाला नहीं होना बताया जाता है।