मां-बाप की मौत के बाद दो भाइयों की कैसे कटेगी ¨जदगी!
सिवान। मैरवा के मिस्करही नई बस्ती में अज्ञात बीमारी से हुई मौत के बाद यह सवाल खड़ा हो गया है कि दो भ
सिवान। मैरवा के मिस्करही नई बस्ती में अज्ञात बीमारी से हुई मौत के बाद यह सवाल खड़ा हो गया है कि दो भाइयों की ¨जदगी कैसे कटेगी। वह अपने घर में आने को तैयार नहीं है।जहां उन्होंने अपने मां बाप केसाथ दिन रात गुजारे थे। अब मां बाप नहीं रहे। अकाल मौत ने मां बाप का साया इनके सिर से छीन लिया है। इस घर मे बीमार हो चार लोग मौत के मुंह में समा चुके हैं। हालांकि दोनों अभी इलाज के लिए पीएमसीएच में भेजे गए।
मोहम्मद इसराफिल और उसकी पत्नी अकबरी खातून की मौत के बाद उसके दो पुत्र सोनू और अरमान इस घर में तंहा रह गए हैं। बहन की शादी हो चुकी है। दोनों भाइयों को ऐसा लग रहा है कि उनके लिए कोई सहारा नहीं है। इनके पैरों तले जमीन खिसक चुकी है और आसमान सर पर एक भारी बोझ बन चुका है। जीवन के एक-एक पल को गुजारना उनके लिए मुश्किल लग रहा है। कौन बनाएगा उनके लिए खाना, किसको कहेंगे अब अम्मी अब्बा। बीमार अस्पताल में बेड पर पड़े जीवन और मौत के बीच जूझ रहे दोनों भाई सोनू और अरमान अंसारी के आंखों में आंसू जारी हैं।
रोते-रोते आंखें सूजन चुकी हैं। चारों तरफ अंधेरा ही अंधेरा दिखाई दे रहा है। बीमार छह लोग पीएमसीएच पटना रेफर
संसू, मैरवा( सिवान) : सिवान सदर अस्पताल में इलाजरत
लोगों को चिकित्सकों ने रविवार को बेहतर इलाज के लिए पीएमसीएच
पटना रेफर कर दिया है। इसमें मृतक इसराफील के दोनों पुत्र सोनू और
अरमान समेत इसराइल की मृत बेटी नईमां के पुत्र-पुत्री तथा
बेटी बूची खातून शामिल हैं। इन्हें एंबुलेंस से पीएमसीएच पटना भेजा गया।
उस समय सदर अस्पताल सिवान के सिविल सर्जन, सिवान सदर अनुमंडल पदाधिकारी
अमन समीर, मैरवा बीडीओ प्रशांत कुमार, मैरवा नगर पंचायत मुख्य
पार्षद के पुत्र भाजपा नेता सुनील कुमार मद्धेशिया और कई चिकित्सक मौजूद थे।