बर्फीली हवाओं ने बढ़ाई ठंड, ठिठुरने लगे लोग
जिले में पिछले एक सप्ताह से हाड़कंपा देने वाली ठंड पड़ रही है। इस कारण सड़कों पर लोगों की आवाजाही अन्य दिनों की अपेक्षा कम हो गई है। मंगलवार को पूरे दिन आसमान में बादल छाए रहे। इस कारण धूप नहीं निकली और गलन बढ़ गई। धूप नहीं निकलने के कारण जिले का अधिकतम तापमान 17 डिग्री सेल्सियस और न्यूनतम तापमान आठ डिग्री सेल्सियस रिकार्ड किया गया।
जासं, सिवान : जिले में पिछले एक सप्ताह से हाड़कंपा देने वाली ठंड पड़ रही है। इस कारण सड़कों पर लोगों की आवाजाही अन्य दिनों की अपेक्षा कम हो गई है। मंगलवार को पूरे दिन आसमान में बादल छाए रहे। इस कारण धूप नहीं निकली और गलन बढ़ गई। धूप नहीं निकलने के कारण जिले का अधिकतम तापमान 17 डिग्री सेल्सियस और न्यूनतम तापमान आठ डिग्री सेल्सियस रिकार्ड किया गया। वहीं रात में अधिकतम तापमान गिरकर आठ तक पहुंच जा रहा है। अचानक बढ़ ठंड से हर तबका परेशान हैं। दिन में लोग गर्म कपड़े व चादर ओढ़ने को विवश हैं। ठंड का असर शहर की सड़कों पर देखने को मिल रहा है। शाम होते ही गुलजार होने वाले बाजार में सन्नाटा पसर जा रहा है। अंधेरा होते ही लोग अपने अपने घरों की ओर रुख कर ले रहे हैं। रात्रि के आठ से नौ बजते ही कर्फ्यू जैसा नजारा देखने को मिल रहा है। ठंड अब जनजीवन को प्रभावित कर रही है। वहीं ठंड के कारण लोग बीमार भी हो रहे हैं। वायरल फीवर के मरीज इन दिनों अस्पताल में इलाज को पहुंच रहे हैं। बढ़ती ठंड के कारण प्रशासन द्वारा अलाव की हुई व्यवस्था भी नाकाफी साबित हो रही है। वहीं दूसरी ओर कई जगह अलाव की व्यवस्था नहीं होने से लोगों को परेशानी का सामना करना पड़ रहा है।
बढ़ रहा कोल्ड स्ट्राक का खतरा : ठंड बढ़ने के कारण कोल्ड स्ट्राक का खतरा लगातार बढ़ रहा है। जबकि बच्चों में भी कोल्ड डायरिया सहित मौसमी बीमारियों का प्रकोप तेजी से बढ़ रहा है। बता दें कि मौसम बदलने के दौरान चिकित्सक विशेष सतर्कता बरतने की बात कहते हैं, इस दौरान जरा सी लापरवाही खतरनाक साबित हो सकती है। इसको लेकर विशेष सतर्कता बरतने की जरूरत है। खासकर रक्तचाप व मधुमेह के मरीजों के साथ हृदय रोगियों के लिए भी यह मौसम खतरनाक हो सकता है।