सिवान में यात्रियों की कोरोना जांच के नाम पर हो रही खानापूर्ति
दूसरे राज्यों में रहने वाले लोग रोजाना ही हजारों की संख्या में अपने अपने घरों पर पहुंच रहे हैं। लोगों की आवाजाही पर कोरोना संक्रमण के बढ़ने की संभावना को लेकर राज्य सरकार के आदेश पर जिला प्रशासन और स्वास्थ्य विभाग ने जंक्शन पर विभिन्न ट्रेनों से आने वाले यात्रियों की कोरोना जांच का निर्णय लिया था। जंक्शन पर जांच भी शुरू हो गई थी लेकिन समय के साथ अब जंक्शन पर कोरोना की जांच के नाम पर सिर्फ खानापूर्ति की जा रही है।
सिवान । दूसरे राज्यों में रहने वाले लोग रोजाना ही हजारों की संख्या में अपने अपने घरों पर पहुंच रहे हैं। लोगों की आवाजाही पर कोरोना संक्रमण के बढ़ने की संभावना को लेकर राज्य सरकार के आदेश पर जिला प्रशासन और स्वास्थ्य विभाग ने जंक्शन पर विभिन्न ट्रेनों से आने वाले यात्रियों की कोरोना जांच का निर्णय लिया था। जंक्शन पर जांच भी शुरू हो गई थी लेकिन समय के साथ अब जंक्शन पर कोरोना की जांच के नाम पर सिर्फ खानापूर्ति की जा रही है। शुक्रवार को जंक्शन के मुख्य द्वारा पर बनाए गए काउंटर पर तैनात टीम द्वारा ट्रेनों से उतर कर जंक्शन के बाहर जाने वाले यात्रियों से सिर्फ कोरम पूरा किया जा रहा था। यात्री बिना किसी रोकटोक के अपने अपने गंतव्य के लिए रवाना हो रहे थे। उनसे कोई पूछताछ करने वाला नहीं था। जागरण टीम को देख कुछ कर्मी बाद में यात्रियों को बुलाने लगे लेकिन जांच के प्रति यात्रियों में भी सजगता नहीं दिखी। बता दें कि जंक्शन पर यात्रियों की जांच के लिए काउंटर भी लगाए गए हैं। इसमें दिल्ली सहित अन्य राज्यों से सिवान उतरने वाले यात्रियों की कोरोना जांच के बाद ही उन्हें बाहर जाने का आदेश दिया गया है। लेकिन स्वास्थ्य विभाग और रेलवे के सुरक्षा कर्मियों द्वारा जिला प्रशासन की सारी तैयारी पर पानी फेरने का काम किया जा रहा है।
ट्रेनों में सवार होने के दौरान धक्का-मुक्की
कोरोना संक्रमण की चेन तोड़ने को लेकर लोग कितने लापरवाह हैं इसका उदाहरण जंक्शन के किसी भी प्लेटफार्म पर ट्रेन के आने के दौरान देखने को मिल रहा है। ट्रेन जैसे ही प्लेटफार्म पर खड़ी होती है यात्री उसमें सवार होने के लिए सारे नियमों को ताक पर रख देते हैं। शुक्रवार को भी एक नंबर प्लेटफार्म पर जब ट्रेन आई तो उसमें सवार होने के लिए यात्री आपास में धक्का मुक्की करने लगे। इस दौरान अत्यधिक भीड़ होने के कारण कुछ देर के लिए हो हल्ला भी होने लगा। जीआरपी और आरपीएफ जवानों के हस्तक्षेप के बाद यात्रियों को कतारबद्ध कर ट्रेन में सवार कराया गया।