सिवान के मैरवा में पांच हजार किशोर ले चुके कोविडरोधी टीका
सिवान। कोविड रोधी वैक्सीन की डोज देने का कार्य लगातार जारी है। इस समय 15 से 18 आयु वर्ग के किशोर-किशोरियों के साथ बुजुर्गों को भी वैक्सीन की डोज दी जा रही है। वैक्सीन लेने के लिए किशोर-किशोरियों में काफी उत्साह देखने को मिल रहा है। मैरवा में पांच हजार 373 किशोर किशोरियों ने मंगलवार तक कोविडरोधी टीके लगवा लिया था।
सिवान। कोविड रोधी वैक्सीन की डोज देने का कार्य लगातार जारी है। इस समय 15 से 18 आयु वर्ग के किशोर-किशोरियों के साथ बुजुर्गों को भी वैक्सीन की डोज दी जा रही है। वैक्सीन लेने के लिए किशोर-किशोरियों में काफी उत्साह देखने को मिल रहा है। मैरवा में पांच हजार 373 किशोर किशोरियों ने मंगलवार तक कोविडरोधी टीके लगवा लिया था। इसके लिए उच्च विद्यालयों से लेकर इंटर कालेज तक में स्वास्थ्य विभाग की टीम कैंप कर टीके लगा रही है। इसके अलावा डोर टू डोर जाकर टीके लगाने के लिए पंचायतों में टीम घूम रही है।
वैक्सीनेशन को लेकर प्रतिदिन समीक्षा :
स्वास्थ्य विभाग द्वारा वैक्सीनेशन कार्य की समीक्षा प्रतिदिन की जा रही है। मैट्रिक और इंटर की परीक्षा को लेकर इस पर विशेष ध्यान दिया जा रहा है। 15 से 18 आयु वर्ग के किशोर-किशोरियों के टीकाकरण का निर्धारित लक्ष्य प्राप्त करने के लिए प्रतिदिन प्रखंड विकास पदाधिकारी आलोक कुमार द्वारा समीक्षा बैठक की जाती है। इस बैठक में रेफरल अस्पताल की प्रभारी चिकित्सा पदाधिकारी डाक्टर उषा सिंह, अस्पताल प्रबंधक मोहम्मद शाहिद अली, प्रखंड शिक्षा पदाधिकारी सीबी सिंह समेत कई शामिल होते हैं। टीकाकरण की प्रगति को लेकर रणनीति बनती है और प्रतिदिन के कार्यों की समीक्षा भी की जाती है। 30 जनवरी तक विद्यालयों में हर हाल में 15 से 18 वर्ष तक के बच्चों को कोविडरोधी टीका लगा देने का लक्ष्य निर्धारित है।
निर्धारित लक्ष्य से कम नामांकन बच्चे :
15 से 18 आयु वर्ग के बच्चों का लक्ष्य प्राप्त करने में स्वास्थ्य विभाग को पसीने छूट रहे हैं। राज्य स्तर से मैरवा प्रखंड में 15 से 18 आयु के 10 हजार 857 किशोर- किशोरियों को कोविडरोधी टीका लगाने का लक्ष्य निर्धारित है। प्रखंड में स्थित विद्यालयों में कक्षा नौ एवं 10 तथा इंटर के नामांकित छात्र-छात्राओं की संख्या 6 हजार 768 हैं। इस तरह 4 हजार 89 किशोर-किशोरियों का इस आंकड़े में अंतर पूरा करने को लेकर ठंड में भी स्वास्थ्य विभाग का पसीना छूट रहा है। माना जा रहा है कि ये ड्रापआउट है । इसे ढूंढने के लिए स्वास्थ्य विभाग की टीम डोर टू डोर जा रही है और इस आयु वर्ग के किशोर-किशोरियों की तलाश कर टीके लगा रही है।
कहते हैं पदाधिकारी :
15 से 18 आयु वर्ग के किशोर-किशोरी को टीका लगाने का काम प्रगति पर है। निर्धारित समय के अंदर सभी वैक्सीनेटे हो जाए इसका प्रयास चल रहा है।
मो. शाहिद अली, अस्पताल प्रबंधक
रेफरल अस्पताल, मैरवा।