कोहरे के कहर से बढ़ा सर्दी का सितम, पारा लुढ़का 10 डिग्री पर
सिवान। दिसंबर में कोहरे का कहर और करीब छह किमी प्रति घंटे की रफ्तार वाली पछुआ हवा हो तो सर्दी का सित
सिवान। दिसंबर में कोहरे का कहर और करीब छह किमी प्रति घंटे की रफ्तार वाली पछुआ हवा हो तो सर्दी का सितम होगा ही। रविवार से यही स्थिति है। सोमवार को न्यूनतम तापमान तो रविवार के बराबर ही रहा लेकिन अधिकतम तापमान में एक डिग्री सेल्सियस की गिरावट से मौसम और ठंडा हो गया। घने कोहरे के कारण सुबह 10 बजे के बाद धूप निकली, उसमें भी गर्मी नहीं थी। कोहरे का आलम यह था कि सुबह नौ बजे तक लाइट जलाकर वाहनों को चलाना पड़ा। इतनी ठंड के बावजूद शहर से लेकर ग्रामीण इलाकों तक कहीं भी प्रशासन द्वारा अलाव की व्यवस्था न किए जाने से गरीब और राहगीर पूरे दिन ठिठुरते रहे। वे हाथ मलकर गर्मी पैदा करने के प्रयास में रहे। ठंड के साथ ही गर्म कपड़ों की बिक्री भी अचानक बढ़ गई। मंगलवार को अधिकतम तापमान में चार डिग्री सेल्सियस गिरावट होने का अनुमान है। हालांकि न्यूनतम तापमान एक डिग्री बढ़ने की संभावना है।
स्कूल खुले रहने से सुबह-सुबह बच्चों को काफी परेशानी हुई। उनको तैयार करने में भी कम दिक्कत नहीं हुई। गोपालगंज रोड, अस्पताल रोड, थाना रोड सहित शहर के अन्य इलाकों में भी दुकानों से लेकर फुटपाथों तक में गरम कपड़ों के खरीदारों की भीड़ लगी रही। ग्रामीण इलाकों में कोहरे का असर कुछ ज्यादा ही रहा। इस समय रबी फसलों की ¨सचाई भी हो रही है। इसमें किसानों के साथ कठुवा जा रहे हैं।
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गुनगुना पानी ही पीना है श्रेयस्कर : डॉ. शिवचंद्र झा
सिविल सर्जन डॉ. शिवचंद्र झा ने कहा कि सर्दी से सभी को बचने की आवश्यकता है। गरम कपड़े पहन कर ही बाहर निकलें। कान को भी बंद रखें। जहां तक संभव हो पीने के लिए गुनगुने पानी का ही प्रयोग करें। यदि इस मौसम में पेट दर्द या पतले दस्त की शिकायत हो तो तुरंत समझ लें कि ठंड लग गई है। तुरंत नजदीकी चिकित्सक के पास मरीज को ले जाएं। देर होने पर ठंड जानलेवा भी हो सकती है।
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अजवायन का करें प्रयोग : डॉ. केडी रंजन
अधिकतर रोगों की दवा हमारे किचन में मौजूद होती है। इस समय यदि ठंड लगे तो अजवायन खाकर गुनगुने पानी से निगल लें। तुरंत राहत महसूस होगी। वैसे सुबह की चाय में एक चम्मच अजवायन मिला दें तो ठंड लगेगी ही नहीं। एक बात और, जैसे गर्मी में लू से बचने के लिए पानी पीते रहना चाहिए, वैसे ठंड से बचाव के लिए भी पानी की शरीर में उचित मात्रा का होना आवश्यक है। लिहाजा थोड़ी-थोड़ी देर के अंतराल पर पानी पीते रहें। शरीर में पानी की कमी होगी तो तुरंत ठंड लगेगी।
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फसलों को पाला से बचाने के लिए तुरंत करें ¨सचाई : आरके वर्मा
जिला कृषि पदाधिकारी राजेंद्र कुमार वर्मा ने किसानों को सलाह दी है कि वे रबी की फसलों की ¨सचाई अति शीघ्र करें। इससे उनको पाला से बचाया जा सकेगा। पाला लगने पर उत्पादन प्रभावित होता है।