सामुदायिक भवन के दो कमरे में ही चलता है लकड़ी नबीगंज प्रखंड कार्यालय
सिवान। प्रखंड की स्थापना वर्ष 1994 में पूर्व मुख्यमंत्री लालू प्रसाद यादव द्वारा किए जाने के बाद स
सिवान। प्रखंड की स्थापना वर्ष 1994 में पूर्व मुख्यमंत्री लालू प्रसाद यादव द्वारा किए जाने के बाद से अब तक प्रखंड एवं अंचल कार्यालय महज एक सामुदायिक भवन के दो कमरे में चल रहा है। यही नहीं 2016 में स्थापित लकड़ी नबीगंज ओपी भी महज दो कमरे में संचालित होता है। इस कारण कार्यों के निष्पादन करने में कर्मियों को परेशानी होती है। इसकी वजह कहीं ना कहीं जिले के वरीय अधिकारी हैं, जिनके द्वारा ध्यान नहीं देने का नतीजा है कि प्रखंड एवं अंचल तथा नबीगंज ओपी कार्यालय को अपना भवन नसीब नहीं हो सका है। इसके अलावा यहां के बच्चों को डिग्री कॉलेज नहीं होने से उच्च शिक्षा प्राप्त करने अन्यत्र जाना पड़ता है। साथ ही यहां राष्ट्रीय बैंक एवं डाकघर नहीं होने से लोगों को बैंक ड्राफ्ट, पोस्टल ऑर्डर बनवाने के लिए दूसरे प्रखंडों का रुख करना पड़ता है। ज्ञात हो कि प्रखंड का लखनौरा एवं मदारपुर व्यवसायिक दृष्टिकोण से महत्वपूर्ण हैं। यहां सिवान, छपरा, गोपालगंज, मोतिहारी समेत कई जिले के व्यवसायी प्रतिदिन आते-जाते हैं। यहां लाखों का व्यवसाय होता है। इस संबंध में सरमेश ¨सह, पूर्व जिला पार्षद रामायण ¨सह, पूर्व जिला पार्षद सुशीला ¨सह, ओम प्रकाश गुप्ता, पूर्व बीडीसी गौतम प्रसाद, अनुश्रवण समिति के सदस्य त्रिभुवन राम आदि ने कई बार स्थानीय, जिला प्रशासन एवं सरकार को पत्र लिखकर इस पर पहल करने की मांग की लेकिन अब तक कोई कार्रवाई नहीं होने से लोगों में क्षोभ व्याप्त है। बीडीओ मो. अलाउद्दीन अंसारी ने बताया कि इन सारी समस्याओं से संबंधित जिला प्रशासन को कई बार पत्र भेजा गया है। इतना ही नहीं गुरुवार को जदयू प्रदेश महासचिव विशाल ¨सह राठौर, जिला युवा अध्यक्ष मुन्ना ¨सह, जदूय प्रखंड अध्यक्ष हरेराम कुशवाहा, मनोज पटेल आदि ने मुख्यमंत्री को मेल कर प्रमंडलीय आयुक्त और जिलाधिकारी को लिखित पत्र लिखकर इन समस्याओं के समाधान की गुहार लगाई है।