मांगों के समर्थन में दवा प्रतिनिधियों का प्रदर्शन
शहर के श्रीनंदन पथ स्थित थोक दवा मंडी में बुधवार को बीएसएसअर यूनियन( दवा प्रतिनिधियों की अखिल भारतीय संस्था) के आह्वान पर दवा प्रतिनिधियों(एमआर) ने हड़ताल कर प्रदर्शन किया। इस दौरान जिला अध्यक्ष रमन कुमार सिंह के नेतृत्व में केंद्र व राज्य के नीति के विरोध में जमकर नारेबाजी की।
जागरण संवाददाता, छपरा : शहर के श्रीनंदन पथ स्थित थोक दवा मंडी में बुधवार को बीएसएसअर यूनियन( दवा प्रतिनिधियों की अखिल भारतीय संस्था) के आह्वान पर दवा प्रतिनिधियों(एमआर) ने हड़ताल कर प्रदर्शन किया। इस दौरान जिला अध्यक्ष रमन कुमार सिंह के नेतृत्व में केंद्र व राज्य के नीति के विरोध में जमकर नारेबाजी की। जिला सचिव तथा राज्य कमिटी सदस्य मृत्युंजय ओझा ने कहा कि एनडीए सरकार अपनी कारपोरेट परस्त नीतियों के कारण दवा के दाम में बेतहाशा बृद्धि हुई है। इससे देश की जनता एक और महंगाई की मार झेल रही है। कोरोना काल में मेडिकल एवं सेल्स रिप्रेजेंटेटिव के साथियों ने अपनी जिदगी दांव पर रखकर कार्य किया। जब देश की तमाम संस्था घर में कैद थी, उस समय हमलोग देश की जनता को जिदगी बचाने के लिये अग्रिम पंक्ति में रहकर जनता को जीवन बचाने का प्रयास किए। उस दरम्यान ह•ारों की संख्या में हमारे साथी की कोरोना से मृत्यु हो गई लेकिन सरकार तथा मालिकों ने उनके हितों की रक्षा करने का प्रयास नही किया, बल्कि मालिकों के द्वारा मेडिकल एवं सेल्स रिप्रेजेंटेटिव को निकाला जाना, वेतन में कटौती ,बीमा का प्रावधान नहीं तथा उनके कार्य को इलेक्ट्रानिक ग•ाट के द्वारा निगरानी करने जैसी नीतियों का सामना करना पड़ रहा है।
इनसेट :
दवा प्रतिनिधियों की प्रमुख मांग :
- चार लेबर कोड को निरस्त हो
-सेल्स प्रोमोशन एम्प्लाइज के लिये शनिवार छुट्टी घोषित हो
-दवा तथा मेडिकल उपकरण पर जीरो प्रतिशत जीएसटी लगाओ
-दवा तथा दवा उपकरण का आनलाइन बिक्री बंद हो
-जीडीपी का पांच प्रतिशत हेल्थ पर आवंटित हो
-सेल्स प्रोमोशन एम्प्लाइज को हास्पिटल में बिना बाधा काम करने के अधिकार सुनिश्चित हो
- मेडिकल एवम सेल्स रिप्रेजेंटेटिव एसपीई एक्ट 1976 को लागू हो
-मेडिकल एवम सेल्स रिप्रेजेंटेटिव को न्यूनतम मजदूरी 26 हजार रुपया की घोषणा हो
-मेडिकल तथा सेल्स रिप्रेजेंटेटिव तथा उनके परिवार को जीवन बीमा की-ब्यवस्था हो
-दैनिक भत्ता तथा यात्री भत्ता की बढ़ोतरी हो