जिले में बनेगा आधुनिक सुविधाओं से लैस वृहद आश्रय गृह
जिले में समाज कल्याण विभाग द्वारा संचालित सभी गृह अब एक ही छत के नीचे होंगे। आधुनिक सुविधाओं से परिपूर्ण वृहद आश्रय गृह का निर्माण होगा। इसको लेकर कवायद भी शुरू हो गई है। इसको लेकर जीरादेई प्रखंड के भैसाखाल गांव में भूमि का चयन कर लिया गया है। जिला बाल संरक्षण इकाई कार्यालय से प्राप्त जानकारी के अनुसार वृहद आश्रय गृह का निर्माण पांच एकड़ रकबा में किया जाएगा। साथ ही साथ निर्माण कार्य भी शुरू कर दिया गया है।
जासं, सिवान : जिले में समाज कल्याण विभाग द्वारा संचालित सभी गृह अब एक ही छत के नीचे होंगे। आधुनिक सुविधाओं से परिपूर्ण वृहद आश्रय गृह का निर्माण होगा। इसको लेकर कवायद भी शुरू हो गई है। इसको लेकर जीरादेई प्रखंड के भैसाखाल गांव में भूमि का चयन कर लिया गया है। जिला बाल संरक्षण इकाई कार्यालय से प्राप्त जानकारी के अनुसार वृहद आश्रय गृह का निर्माण पांच एकड़ रकबा में किया जाएगा। साथ ही साथ निर्माण कार्य भी शुरू कर दिया गया है। वृहद गृह में 100 लड़के और लड़कियों को रखा जाएगा। इसका निर्माण सोसाइटी की तरह होगा, इसमें दो ब्लाक होंगे। इन ब्लाक में उम्र के मुताबिक सभी को रखा जाएगा। यहां रहने वाले लड़के-लड़कियों को स्वरोजगार से जोड़ने के लिए कौशल प्रशिक्षण के तहत प्रशिक्षण भी दिया जाएगा। खेलकूद मैदान से लेकर सुरक्षा के लिए लगेंगे सीसी कैमरे :
पांच एकड़ में बनने वाले वृहद आश्रय गृह में बच्चियों को पर्याप्त सुविधाएं और सुरक्षा की व्यवस्था होगी। इसका निर्माण सोसाइटी के तर्ज पर होगा। यहां सभी धर्मों की लड़कियों के लिए एक ही छत के नीचे पूजा की व्यवस्था की जाएगी। लड़के-लड़कियों की शारीरिक विकास के लिए यहां खेलकूद के लिए मैदान भी बनाया जाएगा। भवन में अलग-अलग ब्लाक बनाए जाएंगे। सुरक्षा के लिए महिला व पुरुष कर्मियों की प्रतिनियुक्ति की जाएगी। साथ ही 12 फीट से ऊंची बाहरी दीवार और अंदर 15 फीट की दीवार के साथ वहां सीसी कैमरे से नजर रखी जाएगी। इसको लेकर पर्याप्त मात्रा में सीसी कैमरे लगाए जाएंगे। साथ ही खाने के लिए हर ब्लाक में मेस, लाइब्रेरी व डाक्टरों की सुविधा इमरजेंसी के लिए ओपीडी सहित अन्य सुविधाएं होंगी। जिले में आधुनिक सुविधाओं से लैस वृहद आश्रय गृह का निर्माण कार्य शुरू हो गया है। निर्माण कार्य युद्ध स्तर पर शुरू किया गया है।
-अनिमेष कुमार चंद्र, सहायक निदेशक, जिला बाल संरक्षण इकाई