जिला सरकार में अध्यक्ष व उपाध्यक्ष के पदभार ग्रहण का इंतजार
सीतामढ़ी। त्रिस्तरीय पंचायत चुनाव का मतदान से लेकर शपथ ग्रहण का दौर खत्म हो चुका है।
सीतामढ़ी। त्रिस्तरीय पंचायत चुनाव का मतदान से लेकर शपथ ग्रहण का दौर खत्म हो चुका है। प्रखंड मुख्यालयों में प्रमुख-उप प्रमुख के पदभार संभालने का दौर जारी है। लेकिन, पंचायती राज की सबसे बड़ी संस्था जिला परिषद में अब भी सन्नाटा पसरा है। जिला परिषद अध्यक्ष अदिति कुमारी व उपाध्यक्ष संझा देवी पदभार ग्रहण नहीं कर पाई हैं। जिला परिषद कार्यालय को अपने नए अध्यक्ष व उपाध्यक्ष के आने का इंतजार है। वैसे खरमास का टेक भी खत्म हो चुका है और शुभ मूहूर्त भी शुरू हो चुका है। बावजूद पदभार ग्रहण और जिप की नई पारी की शुरुआत में देरी हो रही है। वैसे हर कार्यालय में गणतंत्र दिवस की तैयारी शुरू होने वाली है। इस बाबत पूछने पर जिला परिषद अध्यक्ष अदिति कुमारी ने बताया कि आज जिला परिषद सदस्यों के साथ अनौपचारिक बैठक हुई है। 20 जनवरी को जिला परिषद में शिक्षा समिति की बैठक आहूत है। बैठक से पूर्व पदभार ग्रहण किया जाएगा।
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जिला परिषद पूरी तरह राजनीतिक दल के क्षत्रपों के साये में मालूम हो कि इस बार जिला परिषद अध्यक्ष व उपाध्यक्ष के चुनाव में एनडीए का दबदबा रहा। जिला परिषद अध्यक्ष अदिति कुमारी व उपाध्यक्ष संझा देवी के निर्वचित होने के बाद नए साल की खुशी बांटने के लिए रुन्नीसैदपुर में नवनिर्वाचित जिला पार्षदों का मिलन समारोह का आयोजन किया गया। इसमें जिला परिषद अध्यक्ष अदिति कुमारी व उपाध्यक्ष संझा देवी भी शामिल हुईं। इस कार्यक्रम में जिले के एनडीए के कई नेतागण व विधायक शामिल हुए। लेकिन, आनेवाला कल ऐसा ही रहेगा या परि²श्य बदलेगा क्योंकि, एमएलसी के चुनाव को लेकर प्रत्याशी खड़े करने को लेकर एनडीए के घटक दल भाजपा व जदयू में इन दिनों घमासान मचा है। वही, बिहार भाजपा और जदयू का रिश्ता अभी नाजुक दौर से गुजर रहा है। गठबंधन में गांठ पड़ चुकी है। नए विकल्प तलाशने में दोनों ओर के कद्दावर नेता जुट गए हैं। अब ऐसी स्थिति में जब जिला परिषद पूरी तरह राजनीतिक दल के क्षत्रपों के साये में है। आने वाले समय में एनडीए के बदलते रिश्ते का असर यहां भी पड़ना लाजिमी है। नए अध्यक्ष व उपाध्यक्ष की राह कितनी आसान होगी यह देखना भी बेहद दिलचस्प होगा।