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बागमती नदी में डूबे दीपक का पता नहीं, भड़का लोगों का आक्रोश

कार्तिक पूर्णिमा पर बागमती नदी में स्नान करने के दौरान डूबे नेपाल निवासी दीपक कुमार मिश्र का शव छह दिन बाद भी बरामद नहीं होने व गोताखोरों के आकर चले जाने से आक्रोशित पीड़ित परिवार सहित ग्रामीणों ने रविवार को बैरगनिया-सीतामढ़ी पथ को बैरगनिया में जाम कर घंटों उग्र प्रदर्शन किया।

By JagranEdited By: Published: Sun, 17 Nov 2019 11:37 PM (IST)Updated: Sun, 17 Nov 2019 11:37 PM (IST)
बागमती नदी में डूबे दीपक का पता नहीं, भड़का लोगों का आक्रोश
बागमती नदी में डूबे दीपक का पता नहीं, भड़का लोगों का आक्रोश

सीतामढ़ी। कार्तिक पूर्णिमा पर बागमती नदी में स्नान करने के दौरान डूबे नेपाल निवासी दीपक कुमार मिश्र का शव छह दिन बाद भी बरामद नहीं होने व गोताखोरों के आकर चले जाने से आक्रोशित पीड़ित परिवार सहित ग्रामीणों ने रविवार को बैरगनिया-सीतामढ़ी पथ को बैरगनिया में जाम कर घंटों उग्र प्रदर्शन किया। नाराज लोगों ने शासन-प्रशासन के प्रति आक्रोश व्यक्त करते हुए जम कर नारेबाजी भी की। मृतक के नाना भाग्य नारायण झा के साथ संजीव कुमार सिंह, रुद्रनारायण झा, पप्पू सिंह, रवींद्र सिंह, सुभाषचंद्र सिंह, अमित झा व बलिराम सिंह सहित सैकड़ों लोगों ने बैरगनिया-सीतामढ़ी सड़क के बंशी चाचा सेतु के पश्चिम सड़क को बांस-बल्ला से जाम कर जम कर हंगामा किया। सूचना के बाद एएसआई शंभुशरण शर्मा सशस्त्र बल के साथ मौके पर पहुंच कर आक्रोशितों को समझाने की कोशिश की, लेकिन लोग नहीं माने। आखिरकार थानाध्यक्ष गोरख बैठा ने सोमवार को गोतखोरों की मदद से शव की तलाशी कराने का आश्वासन देकर जाम समाप्त कराया। जबकि ग्रामीणों ने कहा कि अगर सोमवार को शव की तलाश नहीं कराई गई तो ग्रामीण एक बार फिर उग्र प्रदर्शन करेंगे। बतते चलें कि बताते चलें कि कार्तिक पूर्णिमा के अवसर पर 12 नवंबर को बागमती नदी में स्नान के दौरान दीपक समेत उसके कई साथी नदी की तेज धार में बह गए थे। ग्रामीणों ने मौके से सुधांशु नामक युवक को बचा लिया था। वहीं ग्रामीणों ने नंदबारा पंचायत के बेंगाही वार्ड निवासी उमेश मिश्र के पुत्र प्रकाश कुमार मिश्र का शव बरामद किया था। अगले दिन 13 नवंबर को पत्रकार कृष्ण झा के पुत्र राहुल कुमार का शव बागमती नदी में चकवा पंचायत के धुनिया फकीर टोला के पास उपलाता मिला था। लेकिन, दीपक का शव अब तक नहीं मिल सका है। दो दिनों तक एसडीआरएफ की टीम दीपक के शव की तलाश करती रहीं। शव नहीं मिलने के बाद सर्च अभियान बंद कर दिया गया। ग्रामीणों की मांग पर रविवार को शव की तलाश में अभियान चलाने की बात कही गई थी। इसके आलोक में रविवार को गोताखोरों की टीम मौके पर पहुंची भी, लेकिन तलाशी नहीं की। लिहाजा लोगों का गुस्सा भड़क गया। लोगों ने सड़क जाम कर प्रदर्शन किया। इसके चलते सड़क पर वाहनों की लंबी कतारें लगी रही। वहीं लोग और वाहन फंसे रहे।

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