..और एंबुलेंस में कराहती रही रेफर हुई प्रसूता, बंद समर्थकों ने बैरंग लौटाया
सीतामढ़ी। सीएए एनआरसी आदि को लेकर आहूत बंद के दौरान बुधवार को मानवता को शर्मशार कर देने वाली कई तस्वीर सामने आई। बाजपट्टी थाना क्षेत्र के हरपुरवा नेशनल हाईवे को जाम कर प्रदर्शन कर रहे बंद समर्थकों ने एंबुलेंस का रास्ता रोक दिया।
सीतामढ़ी। सीएए, एनआरसी आदि को लेकर आहूत बंद के दौरान बुधवार को मानवता को शर्मशार कर देने वाली कई तस्वीर सामने आई। बाजपट्टी थाना क्षेत्र के हरपुरवा नेशनल हाईवे को जाम कर प्रदर्शन कर रहे बंद समर्थकों ने एंबुलेंस का रास्ता रोक दिया। दर्द से कराहती प्रसूता जिदगी और मौत से जूझ रही थी। जच्चा-बच्चा की जान को खतरा देखते हुए भी एंबुलेंस को बैरंग लौटा दिया गया। मगर किसी की मानवता न जाग पाई। उषा देवी नामक प्रसूता को पुपरी पीएचसी से सीतामढ़ी सदर अस्पताल के लिए रेफर किया गया था ताकि सुरक्षित प्रसव हो सके। हिमोग्लोबिन सिर्फ सात फीसद था जिसके कारण अविलंब भर्ती कराना अत्यंत आवश्यक था। इस हालात में कुछ भी हो सकता था। महिला के साथ आई जगतारण देवी बंद समर्थकों की मिन्नतें करती रहीं। एंबुलेंस चालक भूषण भी मान-मनुहार करता रह गया। बताया गया कि हरपुरवा के पास एंबुलेंस के पहुंचते ही बंद समर्थक टूट पड़े। एंबुलेंस को वापस नहीं करने पर जला देने की धमकी देने लगे। उधर, यह सब देखकर प्रसूता की धड़कन तेजी से बढ़ रही थी। उसको खुद के साथ बच्चे की जान की चिता सता रही थी। मगर एंबुलेंस को वापस करके ही बंद समर्थकों ने दम लिया। जबकि, एंबुलेंस को सड़क जाम या प्रदर्शन वाले इलाकों में नहीं रोका जाता है। एंबुलेंस को रोकने तथा रास्ता नहीं देने वालों पर भारी जुर्माने के साथ जेल भेजने का भी प्रावधान है। मगर, इस मामले में प्रशासन की ओर से कोई कार्रवाई सामने नहीं आई। इंसानियत-मानवता सब मजाक बनकर रह गई..!