नप के इओ के साथ दुर्व्यवहार मामले में पार्षदपति गिरफ्तार, ताला तोड़ सभापति के आवास में घुसी पुलिस
नगर परिषद में विकास योजनाओं में मची लूट को लेकर उत्पन्न विवाद में वार्ड पार्षद और कार्यपालक पदाधिकारी के बीच की लड़ाई में जहां नगर थाने की पुलिस ने वार्ड 17 के पार्षद पति पंकज कुमार को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया है।
सीतामढ़ी। नगर परिषद में विकास योजनाओं में मची लूट को लेकर उत्पन्न विवाद में वार्ड पार्षद और कार्यपालक पदाधिकारी के बीच की लड़ाई में जहां नगर थाने की पुलिस ने वार्ड 17 के पार्षद पति पंकज कुमार को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया है। वहीं मामले में पूर्वी चम्पारण जिले के पताही थाना के महम्मदी निवासी सह नगर परिषद के कार्यपालक पदाधिकारी दीपक झा के आवेदन पर नगर थाने में प्राथमिकी दर्ज की है, जिसमें नप के पूर्व सभापति सह सभापति विभा देवी के पति और वार्ड 5 के पार्षद सुवंश राय, वार्ड चार के पार्षद पति ताहिर और वार्ड 22 के पार्षद मनोज कुमार के अलावा अज्ञात को आरोपित किया है। दर्ज प्राथमिकी में कार्यपालक पदाधिकारी ने बताया है कि 22 अप्रैल को 12 बजे दिन में कार्यालय में काम करने में व्यस्त थे। इसी बीच वार्ड 5 के पार्षद सह पूर्व सभापति सुवंश राय, दो-तीन पार्षद समेत समर्थकों के साथ कार्यालय में पहुंच कर गाली-गलौज की। जान से मारने की धमकी दी। साथ ही सरकारी काम-काज में बाधा पहुंचाया। इतना ही नहीं कार्यालय में जम कर हंगामा किया। पुलिस ने प्राथमिकी दर्ज कर देर रात वार्ड 17 के पार्षद पति सह कोट बाजार वार्ड 12 निवासी पंकज कुमार को गिरफ्तार कर दिया। वहीं सभापति विभा देवी के पति सह वार्ड पांच के पार्षद सुवंश राय की तलाश में वार्ड एक स्थित उनके आवास पर छापेमारी की। एसडीपीओ सदर डॉ. कुमार वीर धीरेंद्र के नेतृत्व में पहुंची पुलिस ग्रिल और गेट का ताला तोड़ सभापति के आवास में दाखिल हुई। कई कमरों की तलाशी ली। सभापति से पूछताछ की। सीसीटीवी लगा देख पुलिस की टीम ने तोड़े गए ग्रिल को ठीक कर दिया, तोड़े गए ताला लेकर वापस चली गई। मामले को लेकर नप के इओ और वार्ड पार्षदों के बीच टकराव से उत्पन्न आक्रोश में अब पुलिस भी निशाने पर आ गई है। सभापति विभा देवी ने बताया है कि नप के इओ आवास योजना के नाम पर लाभुकों से दस-दस हजार रुपये की अवैध वसूली कर रहे थे। लोगों ने पार्षदों से इसकी शिकायत की। इसके बाद पार्षदों की टीम नप पहुंच कर इओ से इसकी शिकायत की। इसी बात पर इओ उलझ पड़े और प्राथमिकी दर्ज कराने की धमकी दी। पुलिस ने मामला दर्ज किया। इसके बाद पुलिस को मामले की जांच करनी चाहिए थी, लेकिन सोमवार की रात पुलिस जिस तरह से उनके घर में घुसी, वह पुलिसिया गुंडागर्दी है। विभा देवी ने सवाल उठाया है कि जिस वक्त पुलिस घुसी, उनके पति बाहर थे। वह अपने बच्चों के साथ घर में थी। उन्होंने आधी रात ताला तोड़ कर घर में घुसने पर सवाल उठाया है, वहीं एसपी से न्याय मांगा है। कहा है कि वह एक महिला हैं और संवैधानिक पद पर आसीन हैं। उधर, नप के इओ दीपक झा ने आवास योजना के नाम अवैध वसूली के आरोप को खारिज कर दिया। बहरहाल, यह पहला मौका नहीं है जब पार्षदों की इओ से टकराव हुई है। नगर परिषद की विकास योजनाओं में जारी लूट में हिस्सेदारी नहीं मिलती है तो जन प्रतिनिधि और अधिकारियों के बीच ऐसे ही टकराव सामने आते हैं।