बहुरेंगे कुष्ठ पीड़ितों के दिन, ¨जदगी में आएगी बहार
दशकों से अभिशप्त ¨जदगी जी रहे कुष्ठ कॉलोनी के गरीबों के दिन अब बहुरेंगे, वहीं गरीबों की ¨जदगी में आएगी बहार।
सीतामढ़ी। दशकों से अभिशप्त ¨जदगी जी रहे कुष्ठ कॉलोनी के गरीबों के दिन अब बहुरेंगे, वहीं गरीबों की ¨जदगी में आएगी बहार। गरीबों की बदरंग ¨जदगी में रंग भरने की प्रशासनिक कवायद शुरू हो गई है। इसके तहत कुष्ठ कॉलोनी का न केवल नाम बदलेगा, बल्कि बस्ती की तस्वीर भी बदल जाएगी। डीएम डॉ. रणजीत कुमार ¨सह ने कुष्ठ कालोनी का नाम बदलने का आदेश दिया है। इसके तहत अब यह कालोनी अपना कालोनी के नाम से जाना जाएगा। इस बस्ती के एक कॉलोनी को डीएम ने गोद लिया है, जबकि डीएम के निर्देश पर दूसरी कालोनी को श्रम अधीक्षक मनीष कुमार ने गोद लिया है। डीएम ने इस कॉलोनी के विकास और गरीबों तक सरकार प्रायोजित योजनाओं का लाभ पहुंचाने का आदेश दिया है।
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डीएम ने खुद बस्ती में पहुंच कर सुनी लोगों की फरियाद
सीतामढ़ी : शहर से सटे मेहसौल पश्चिमी पंचायत के वार्ड 12 में है कुष्ठ कॉलोनी। दशकों पूर्व कुष्ठ पीड़ितों के लिए शहर के अंतिम छोड़ पर इस बस्ती को बसाया गया था। यहां कुष्ठ पीड़ित लोग रहते थे। धीरे-धीरे कुष्ठ रोगियों की संख्या में कमी आई, लेकिन मोहल्ले का नाम कुष्ठ कालोनी ही रह गया। जबकि आबादी बढ़ती चली गई। लंबे समय से इलाके के लोग गरीबी और अभावग्रस्तता के बीच ¨जदगी गुजारते रहे, अपनी फरियाद सुनाते रहे, लेकिन किसी ने दर्द की दवा नहीं की। इसी क्रम में बुधवार को डीएम डॉ. रणजीत कुमार ¨सह खुद कुष्ठ कालोनी पहुंचे और गरीबों से मुलाकात कर उनकी परेशानी सुनी। साथ ही उनकी समस्याओं के समाधान को पदाधिकारियों को निर्देश दिया। इस अवसर पर सबसे पहले डीएम ने कुष्ठ कॉलोनी का नाम बदलकर अपना कॉलोनी करने का एलान किया। इसके बाद एक-एक कर लोगों की समस्याएं सुनी। डीएम ने आवास उपलब्ध कराने के लिए प्रधानमंत्री आवास योजना के अंतर्गत पात्र लाभुकों को शीघ्र आवास उपलब्ध कराने व जिनका नाम सूची में नही जुड़ा है उसे जोड़ने के लिए बीडीओ को निर्देश दिया। कॉलोनी स्थानीय लोगों ने आवागमन के लिए सड़क नहीं होने की बात कही। स्थायी रास्ता डुमरा व रीगा दोनों अंचलों की सीमा से जुड़ा मामला होने के कारण डीएम ने दोनों अंचलाधिकारी को शीघ्र समस्या के समाधान के लिए आदेश दिया। डीएम ने कालोनी में राह रहे असंगठित क्षेत्र के निर्माण श्रमिकों का बिहार भवन और सन्निर्माण कर्मकार कल्याण बोर्ड के अंतर्गत कैम्प लगा कर निबंधन कराने के लिए श्रम अधीक्षक मनीष कुमार को निर्देश दिया। उक्त योजना के तहत निबंधित श्रमिकों को कल्याण बोर्ड के तहत 14 प्रकार की आर्थिक सहायता दी जाती है, इसमें लड़की की शादी के लिए 50 हजार रुपये, मकान मरम्मत के लिए 20 हजार, औजार खरीदने के लिए 15 हजार आदि शामिल है। लोगों के आग्रह पर डीएम ने कालोनी में संचालित आंगनबाड़ी केंद्र का निरीक्षण किया। वहीं केंद्र के नियमित संचालन के लिए बीडीओ को निदेश दिया। कालोनी स्थित इकलौते स्कूल में शिक्षकों के लापरवाही की मिली शिकायत के आलोक में डीएम ने बीडीओ को जांचकर कार्रवाई का आदेश दिया। डीएम ने शीघ्र ही कालोनी में सभी विभागों की ओर से स्टॉल लगाकर लोगों की समस्याओं का ऑन स्पॉट निपटारा करने का आदेश दिया। डीएम ने बस्ती के 10 वीं व 12 वीं पास युवक युवतियों को कुशल युवा कार्यक्रम एवं स्वयं सहायता भत्ता योजना से जोड़ने का निर्देश श्रम अधीक्षक को दिया। डीएम ने कहा कि बस्ती की जो लड़कियां उच्च शिक्षा प्राप्त करना चाहती हैं उन्हें सरकार से सहायता अनुदान उपलब्ध कराया जाएगा। इस अवसर पर डीएम ने गरीबों के बीच कपड़ा भी बांटे। मौके पर श्रम अधीक्षक मनीष कुमार, डीएओ आरके राय, कार्यपालक पदाधिकारी विजय कुमार उपाध्याय आदि मौजूद थे।