सीतामढ़ी-मुजफ्फरपुर रेललाइन पर अब दौड़ेगी एकसाथ दो ट्रेनें
सीतामढ़ी-मुजफ्फरपुर रेल लाइन के दोहरीकरण का काम अब तेजी से बढ़ रहा है।
सीतामढ़ी। (सागर कुमार), सीतामढ़ी-मुजफ्फरपुर रेल लाइन के दोहरीकरण का काम अब तेजी से बढ़ रहा है। दोहरीकरण होने पर एकसाथ दो ट्रेनें इस रेल लाइन पर आपको दौड़ती हुई दिखाई देगी। उधर, एकही साथ नरकटियागंज-दरभंगा रेलखंड का भी दोहरीकरण होना है। केंद्र सरकार ने दोहरीकरण की मंजूरी देने के साथ बजट में फंड का प्रावधान भी कर रखा है। नरकटियागंज से दरभंगा 191 किलोमीटर और सीतामढ़ी-मुजफ्फरपुर 64.5 किलोमीटर रेल लाइन के दोहरीकरण पर तकरीबन ढाई अरब रुपये खर्च का अनुमान है। दोहरीकरण में तकरीबन 301 पुल और पुलिया, 176 समपार फाटक बनाए जाने की आवश्यकता महसूस की जा रही है। जिसमे 100 बड़े पुल 201 छोटे पुल होंगे। सर्वे होने में तकरीबन दो माह का समय लग सकता है। रेलवे के आधिकारिक सूत्र ने शनिवार को बताया कि रेलवे बोर्ड के द्वारा 16 जनवरी, 2020 को देश के विभिन्न रेल खंडों के (डबलिग) दोहरीकारण को लेकर फाइनल सर्वे हेतु आदेश दिया गया था। शुक्रवार को ही फाइनल लोकेशन सर्वे की मिली मंजूरी
काम को आगे बढ़ाते हुए शुक्रवार को ही नरकटियागंज से दरभंगा वाया सीतामढ़ी तथा सीतामढ़ी से मुजफ्फरपुर वाया रुन्नीसैदपुर 255.5 किलोमीटर दोहरीकरण के लिए फाइनल लोकेशन सर्वे की मंजूरी को लेकर कागजी प्रक्रिया शुरू हो गई है। इसके बाद टेंडर होने पर सर्वे का काम शुरू होगा। टेंडर के बाद अभियंताओं की टीम तय करेगी की पहली रेल लाइन से कितनी दूरी पर दूसरी लाइन तैयार होगी तथा कहां और किस जगह रेललाइन की गोलाई, कहां पर सीधा करना होगा। तब जाकर इसका डिटेल एस्टीमेट सैंक्शन होगा। रेल लाइन के दोहरीकरण हो जाने पर ट्रेनों की लेटलतीफी से मुक्ति मिलेगी। ट्रेनों की संख्या भी बढ़ जाएगी।