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परसौनी के गिसारा पंचायत के पूर्व मुखिया अशोक साह हत्याकांड में फरार आरोपित रुन्नीसैदपुर से गिरफ्तार

सीतामढ़ी। परसौनी थाना क्षेत्र के गिसारा पंचायत के चर्चित मुखिया अशोक साह के हत्याकांड में पुि

By JagranEdited By: Published: Tue, 24 Nov 2020 12:03 AM (IST)Updated: Tue, 24 Nov 2020 12:03 AM (IST)
परसौनी के गिसारा पंचायत के पूर्व मुखिया अशोक साह हत्याकांड में फरार आरोपित रुन्नीसैदपुर से गिरफ्तार
परसौनी के गिसारा पंचायत के पूर्व मुखिया अशोक साह हत्याकांड में फरार आरोपित रुन्नीसैदपुर से गिरफ्तार

सीतामढ़ी। परसौनी थाना क्षेत्र के गिसारा पंचायत के चर्चित मुखिया अशोक साह के हत्याकांड में पुलिस ने एक आरोपित को गिरफ्तार कर लिया है। पुलिस के अनुसार, जाल बिछाकर रविवार रात रुन्नीसैदपुर थाना क्षेत्र के धनुषी गांव स्थित उसके घर से दबोच लिया गया। वह इस हत्याकांड में फरार चल रहा था। आरोपित शत्रुघ्न कुमार धनुषी गांव के विनोद साह का पुत्र है। शत्रुधन छठ पर्व में घर आया था। पुलिस का कहना है कि 06 अक्टूबर 2019 को पूर्व मुखिया की गोली मार हत्या के बाद से वह फरार चल रहा था। पुलिस को उसकी सरगर्मी से तलाश थी। थानाध्यक्ष विजय कुमार गुप्ता ने बताया कि अशोक हत्याकांड में छठ पर्व में जैसे ही वह घर आया गुप्तचर ने सूचना दी। हत्याकांड में पूछताछ के बाद उसको न्याययिक हिरासत मे भेज दिया गया है। ये है पूरा मामला 6 अक्टूबर, 2019 की सुबह-सुबह पूर्व मुखिया अशोक कुमार की गोली मार कर हत्या कर दी गई। तब वे सुबह की सैर पर नदी किनारे निकले थे। छह अपराधी उनके इंतजार में घात लगाए थे। सामने दिखते ही एक मोटरसाइकिल पर सवार तीन बदमाशों में से एक ने गोलियों से भून डाला। चश्मदीद गांव के ही कुछ लोग थे। इस हत्याकांड में रंधीर सिंह नामक शख्स का नाम सामने आया। आरोपों के मुताबिक, पूर्व मुखिया को रंधीर ने ही गोली मारी। हत्या में कुल 6 लोग शामिल थे। जिनमें दो को गांव वालों ने पकड़कर पुलिस के हवाले कर दिया। परसौनी थाने में (संख्या-73/19) कांड दर्ज है।----------------------------- बाप के हत्यारे को सजा दिलाने के लिए दौड़ लगा रहीं दो बेटियां परसौनी थाने के गिसारा गांव के रहने वाले पूर्व मुखिया अशोक कुमार की हत्या के बाद से बड़ी बेटी वंदना और छोटी जिया गुप्ता थाने से लेकर तमाम बड़े अधिकारियों की चौखट पर हाजिरी लगा रही हैं। वंदना और जिया ने पिता के हत्यारों को सजा दिलाकर ही दम लेने का प्रण किया है। वंदना व जिया का कहना है कि जबतक उनके पिता को मारने वालों को सजा नहीं दिलवा देतीं, तब तक वे चैन से नहीं बैठेंगी। इसी वजह से वंदना ने अपनी नौकरी छोड़ी तो जिया बीएड करके आगे नहीं पढ़ पा रही। उधर, इकलौते पुत्र पुष्पेश भी पढ़ाई छोड़ चला है। पति की हत्या के सदमे से रामकुमारी देवी मरणासन्न हैं। बेटियों का कहना है कि उनके पिता के हत्यारे की पहचान हो गई थी। घटना के प्रत्यक्षदर्शी गवाह भी मौजूद हैं। बावजूद आरोपियों को पकड़ने में पुलिस नाकाम रही।

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