बाढ़-सुखाड़ से निपटने की तैयारी में न रहे कोई कमी
सीतामढ़ी। मुख्यमंत्री नीतीश कुमार शुक्रवार को लगातार दूसरे दिन जिला प्रशासन से वीडियो कॉन्फ
सीतामढ़ी। मुख्यमंत्री नीतीश कुमार शुक्रवार को लगातार दूसरे दिन जिला प्रशासन से वीडियो कॉन्फ्रेंसिग के जरिये मुखातिब हुए। उन्होंने फिर दोहराया कि कोरोना महामारी व लॉकडाउन के बीच बाढ़ एवं सुखाड़ से निपटने की तैयारियों में कोई कमी नहीं रहनी चाहिए। तटबंधों का निरीक्षण, मरम्मति, नाव की उपलब्धता, राहत शिविरों का चयन, मानव एवं पशु दवा की उपलब्धता आदि को लेकर कई निर्देश दिए। जिलाधिकारी अभिलाषा कुमारी शर्मा, पुलिस कप्तान हरकिशोर राय, एडीएम आपदा सहित कई वरीय अधिकारी समाहरणालय स्थित वीडियो कॉन्फ्रेंसिग कक्ष से मुख्यमंत्री से रू-ब-रू हुए। मुख्यमंत्री ने वीडियो कॉन्फ्रेंसिग के जरिये डीएम-एसपी व अन्य अफसरों को निर्देश दिए। तटबंधों का निरीक्षण, मरम्मति, नाव की उपलब्धता, राहत शिविरों का चयन, मानव एवं पशु दवा की उपलब्धता पर रहा जोर।
मुख्यमंत्री ने कहा कि हर वर्ष की तरह इस बार भी बाढ़ एवं सुखाड़ की संभावना को देखते हुए पूरी तैयारी रखें। बाढ़ से सुरक्षा हेतु बचे हुए सभी कटाव निरोधक कार्य एवं बाढ़ सुरक्षात्मक कार्य को जल्द पूरा करें। बाढ़ की स्थिति में तटबंधों की निगरानी हेतु विशेष सतर्कता बरती जाए, इसके लिए गश्ती कार्य नियमित रूप से हो। सभी विधायकों एवं विधान पार्षदों से उनके क्षेत्रों के संबंध में भी जल्द से जल्द सुझाव लें और उसपर अमल करें। पथ निर्माण विभाग एवं ग्रामीण कार्य विभाग बाढ़ के दौरान क्षतिग्रस्त होने वाली सड़कों की मरम्मति की पूर्ण तैयारी रखें। ग्रामीण सड़कें जो पहले से क्षतिग्रस्त हैं उनकी मरम्मति जल्द पूर्ण करें। बाढ़ राहत केंद्र के लिए जगह को चिह्नित कर पहले ही सारी तैयारी रखें। एनडीआरएफ या एसडीआरएफ की तैनाती, नाव, पॉलिथीन शीट, राहत सामग्री का इंतजाम समेत पशु एवं कृषकों के लिए जरूरी सुविधा में कोई कसर नहीं रहना चाहिए।