भूमि दान और श्रमदान कर सड़क बनाने वाले होंगे सम्मानित
सीतामढ़ी। कीमती भूमि दान कर और फिर श्रमदान से एक किमी लंबी सड़क बना कर सैकड़ों लोगों की राह आसान करने की परसौनी के ग्रामीणों की पहल की डीएम ने सराहना की है।
सीतामढ़ी। कीमती भूमि दान कर और फिर श्रमदान से एक किमी लंबी सड़क बना कर सैकड़ों लोगों की राह आसान करने की परसौनी के ग्रामीणों की पहल की डीएम ने सराहना की है। डीएम डॉ. रणजीत कुमार ¨सह ने भूमि दान और श्रमदान करने वाले लोगों को सम्मानित करने की घोषणा की है। डीएम ने कहा है कि उक्त लोगों को स्थापना दिवस पर आयोजित समारोह में सम्मानित भी किया जाएगा। बुधवार को समाहरणालय के विमर्श कक्ष में आयोजित प्रेस वार्ता के दौरान डीएम ने मीडिया कर्मियों से बातचीत में कहा कि मनरेगा के तहत उक्त सड़क का विकास भी कराया जाएगा। बताते चले कि दैनिक जागरण ने 3 दिसंबर को इससे संबंधित खबर प्रकाशित की थी।
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यह है मामला
मुख्यालय डुमरा के परसौनी गांव में ग्रामीणों ने भूमिदान और श्रमदान की बदौलत सैकड़ों मीटर लंबी सड़क बना निर्माण कर गांव-समाज, प्रदेश और देश में नजीर पेश किया था। समाज सेवी विमलेश कुमार झा की पहल पर ग्रामीणों ने बैठक कर सामूहिक रूप से अपनी-अपनी कीमती जमीन का हिस्सा सड़क के लिए दान किया। फिर हाथ में कुदाल और टोकरी थाम निर्माण भी किया। हालांकि बाद में सड़क निर्माण में मजदूरों का सहारा लिया गया। परसौनी गांव में 20 फीट चौड़ी और तकरीबन एक किमी लंबी सड़क दस दिन में बन कर तैयार हो गई। सड़क का निर्माण तकरीबन 9 से 10 कट्ठा रकवा में किया गया है। तत्काल इस सड़क पर छोटे चारपहिया वाहन और ट्रैक्टर दौड़ सकते हैं। इस सड़क के निर्माण के लिए गांव के सामाजिक कार्यकर्ता विमलेश झा ने अपनी चार कट्ठा जमीन सड़क के लिए दान दी। वहीं विमलेश की पहल पर सेवानिवृत शिक्षक योगेंद्र झा ने ढाई कट्ठा कीमती जमीन दी। साथ ही अधिवक्ता राम प्रवेश झा, सेवानिवृत कर्मी कमलकांत मिश्र, रुपकांत ठाकुर, दीपक कुमार झा, नीरज कुमार शास्त्री, मुरारी ठाकुर और धर्मेंद्र झा आदि ने भी अपनी-अपनी जमीन सड़क निर्माण के लिए दी। इसके बाद मजदूरों के साथ ग्रामीणों ने परसौनी गांव के धर्मपुर दलित बस्ती से मंडल टोला तक सड़क निर्माण की पहल शुरू की। ग्रामीणों के त्याग और मेहनत के बाद अब यह सड़क बन कर तैयार है।