ठंड जान लेने पर आमादा, न्यूनतम और अधिकतम तापमान के बीच अंतर घटा
सीतामढ़ी। कोहरे और शीतलहर की वजह से ठिठुरन बढ़ गई है। रविवार की सुबह से दिनभर पूरा इलाका घने कोहरे की चपेट में रहा।
सीतामढ़ी। कोहरे और शीतलहर की वजह से ठिठुरन बढ़ गई है। रविवार की सुबह से दिनभर पूरा इलाका घने कोहरे की चपेट में रहा। न्यूनतम और अधिकतम तापमान के बीच का अंतर लगातार घट रहा है। दोनों तापमान के बीच अंतर घटने पर गलन के साथ ज्यादा ठंड का एहसास ज्यादा होता है। रात नौ बजे के लगभग अधिकतम तापमान 15 डिग्री सेल्सियस तो न्यूनतम 9 डिग्री के आसपास रहा। सुबह तीन बजे डा. राजेंद्र प्रसाद केंद्रीय कृषि विश्वविद्यालय पूसा की ओर से जारी बुलेटिन के अनुसार रविवार को अधिकतम तापमान 20.3 डिग्री सेल्सियस रहा जो सामान्य से 2.1 सेल्सियस कम रहा। वहीं न्यूनतम तापमान 12.4 डिग्री सेल्सियस रहा जो सामान्य से 4.2 डिग्री अधिक था। मजदूर, रिक्शा, ठेला चालक और रेहड़ी लगानेवालों को अधिक परेशानी राहगीरों को ठंड से राहत दिलाने के लिए सार्वजनिक स्थानों पर अलाव की प्रशासनिक व्यवस्था नहीं दिखती। आबादी और बाजार के बीच जलने वाले अलाव पर आसपास के लोग कुर्सियां लेकर बैठे नजर आए। मौसम का मिजाज लगातार बदल रहा है। सड़क पर दिन-रात काम करने वाले मजदूर, रिक्शा व ठेला चालक और रेहड़ी लगाने वालों को भारी परेशानी झेलनी पड़ रही है। ऐसे लोग शरीर को गर्म करने के लिए लकड़ी व अन्य सामग्री को जलाकर अलाव की व्यवस्था तो कर रहे हैं लेकिन, यह नाकाफी है। नगर पंचायत व अंचल प्रशासन अलाव के नाम पर सिर्फ खानापूरी से इनमें आक्रोश देखा जा रहा है। भुतही में ठंड से बचाव के लिए प्रशासन गंभीर नहीं, एक-दूसरे पर लोग निर्भर सोनबरसा, संस: कड़ाके की ठंड से लोगों का जीना दुस्वार हो रहा है। बीते तीन-चार दिनों से ठंड में काफी बढ़ोत्तरी होने से जनजीवन प्रभावित हुआ है। लोग ठंड से बचने के लिए अलाव का सहारा ले रहे हैं। भुतही वार्ड पांच के ग्राम कचहरी के पंच दिनेश पंजियार ने अपने निजी कोष से भुतही चौक के समीप अलाव की व्यवस्था कराई। जिससे राहगीरों को थोड़ी राहत मिली।