आयकर की सीमा पांच लाख करने पर लोगों में खुशी
रोजगार, उद्योग, कृषि, पशुपालन, सबको आवास और बिजली के प्रावधान के साथ आयकर की सीमा पांच लाख रुपये करने संबंधित बजट का पिटारा संसद में केंद्रीय मंत्री अरुण जेटली की अनुपस्थिति में प्रभारी मंत्री के रूप में पीयूष गोयल ने खोला तो जिले के लोग भी झूम उठे।
सीतामढ़ी। रोजगार, उद्योग, कृषि, पशुपालन, सबको आवास और बिजली के प्रावधान के साथ आयकर की सीमा पांच लाख रुपये करने संबंधित बजट का पिटारा संसद में केंद्रीय मंत्री अरुण जेटली की अनुपस्थिति में प्रभारी मंत्री के रूप में पीयूष गोयल ने खोला तो जिले के लोग भी झूम उठे। टीवी के जरिए बजट देख रहे लोगों की टकटकी आयकर स्लैब पर टिकी थी। आशा के अनुरुप इस बार बजट में आम आदमी को निराश नहीं किया गया। यही वजह है कि जिले के अधिकांश लोगों ने अंतरिम बजट की सराहना की है। नौकरी पेशा से लेकर युवा, गृहिणी, व्यवसायी, विद्यार्थी और प्रबुद्ध वर्ग ने भी बजट की सराहना की है। लोगों ने कहा है कि बजट में सभी के लिए कुछ न कुछ विशेष है। चाहे वह किसान हो, चाहे मजदूर, कामगार, कर्मचारी, वृद्ध हो या युवा। लोगों ने चर्चा करते हुए कहा कि पेश बजट में इंटरटेनमेंट इंडस्ट्री, नौकरी, ब्रॉडगेट नेटवर्क, हाईवे, वृद्ध, बीमा, गैस, घुमंतू समुदाय, वेतन आयोग को सिफारिश, ग्रैच्यूटी भुगतान सीमा बढ़ाने, कामगारों एवं कर्मचारियों को लाभ, मनरेगा, राष्ट्रीय गोकुल योजना शुरू करने, किसानों को 6 हजार का इनकम सपोर्ट, आय दोगुनी करने को ले एमसपी बढ़ाने, वित्तीय घाटा में कमी, स्वास्थ्य के लिए एम्स, गरीबों को घर, बिजली, एलईडी बल्ब, सस्ता अनाज, सड़क, स्वच्छता, बैं¨कग सेक्टर में सुधार के साथ मंहगाई पर लगाम व विकास बजट का आकर्षण है। सरकार ने बेहतर बजट पेश करने के साथ ही रक्षा व घाटा को कम कर दिखाया है। जो सराहनीय है।
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किसानों में छह हजार के प्रति है आकर्षण
कृषि के क्षेत्र में पेश की गई बजट पर किसानों ने चेहरे खिल उठे। बजट में मोदी सरकार के इस बजट में पहली बार दो हेक्टेयर तक के किसानों को छह हजार का इनकम सपोर्ट से राहत है। पैदावार पर मूल्य वृद्धि से किसानों में प्रसन्नता है। जबकि गोकुल योजना शुरू करने को लेकर भी किसान उत्साहित है।
किसान नरेश कुंवर ने कहा पहले कुछ ही फसलों पर समर्थन मूल्य दिया जाता था। लेकिन सरकार का ध्यान किसानों के प्रति बढ़ा है। सरकार अब किसान और गांव के प्रति संवेदनशील है। गांव का डिजिटल बनाना, बिजली और सड़क से जोड़ना यह किसानों के हित में है।
किसान पप्पू ठाकुर ने कहा कि छह हजार रूपया प्रति वर्ष किसानों के लिए बहुत बड़ी राहत है। सरकार किसानों के प्रति अपनी बचन बद्धता दर्शा रही है।
गोकुल योजना का लाभ भी किसानों को ही मिलने वाला है। इससे किसानों की समृद्धि सुनिश्चित है।
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बोले युवा ::::
युवा शिवम ने कहा कि सरकारी नौकरी के साथ ही बजट में युवाओं के लिए रोजगार व निजि कंपनियों में नौकरी के अवसर बढ़ेंगे।
युवा प्रेम कुमार ने कहा कि सरकार युवाओं को कौशल देकर स्वरोजगार के प्रति प्रेरित कर रही है, जिससे युवाओं में जोश है।
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बोली गृहिणी ::::
गृहिणी अर्चना कुमारी ने कहा कि कई सामानों पर जीएसटी की छूट से घरेलु बजट में राहत होगी।
गृहिणी नीतू कुमारी ने कहा कि परिवार के स्वास्थ्य और बच्चों की शिक्षा में छूट से राहत होगी।
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बोले चिकित्सक ::::
चिकित्सक डॉ. आतिश कुमार ने कहा कि बजट में सभी वर्गो का ध्यान रखा गया है। इससे लोगों में राहत है।
चिकित्सक डॉ. राहुल पांडेय ने कहा कि बजट मे सरकार ने स्वास्थ्य क्षेत्र में बेहतर प्रावधान को जगह दी है।
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बोले व्यवसायी ::::
व्यवसायी मनोज कुमार ने बताया कि जीएसटी में छुट से हमें राहत है। इसके साथ ही रिटर्न में लिमिट बढ़ाना प्रभावी कदम है।
व्यवसायी मनोज कुमार-2 ने बजट की सराहना करते कहा कि मजदूर किसान से लेकर व्यवसायी को भी बजट की सुविधा में ध्यान दिया गया है।
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अर्थशास्त्री की राय ::::
अर्थशास्त्री प्रो. प्रभुनाथ प्रसाद ने कहा कि केंद्र सरकार द्वारा लाए गए अंतरिम बजट में कृषि उत्पाद के कीमत के साथ ही किसानों को छह हजार देना एक नई पहल है। इससे किसानों को राहत होगी। गोकुल योजना से किसानों को लाभ मिलेगा। गांव की आर्थिक स्थिति में सुधार आएगा। आय दोगुना करने की बात 2022 तक पूरा करने की बात पूरी करने के प्रति बजट का प्रावधान बेहतर है। बजट में सभी वर्गों को ध्यान में रखा गया है। इतना ही नहीं बजट का आकर्षण सभी उम्र के लिए भी है। वृद्ध के प्रति सरकार ने संवेदना दिखा कर अपनी मानवीय मूल्य दर्शाया है। इधर इनकम टैक्स की छूट से नौकरी वाले भी राहत में है। व्यवसायी को मिली छूट से छोटे व्यवसायी विशेष राहत का अनुभव कर रहे हैं।
प्रो. उमेश चंद्र झा ने कहा कि यह बजट अब तक के सभी पेश किए गए बजट में उत्तम और सराहनीय है। इस बजट में मध्यम वर्ग, निम्न वर्ग और किसानों के लिए विशेष प्रावधान किया गया है। यह सभी वर्ग को ध्यान में रखकर पेश किया गया संतुलित बजट है। गोकुल योजना से किसानों को लाभ मिलेगा। गांव की आर्थिक स्थिति में सुधार आएगा। इनकम टैक्स की छूट से नौकरी वाले भी राहत में है। व्यवसायी को मिली छूट से छोटे व्यवसायी विशेष राहत का अनुभव कर रहे हैं।
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सत्ता पक्ष ने आम आदमी का बजट बताया, विपक्ष ने गरीब विरोधी बताया
सीतामढ़ी :: केंद्र सरकार द्वारा पेश की गई बजट को जहां सत्ता पक्ष के लोगों ने इसे आम आदमी का बजट बताया है वहीं विपक्ष के लोगों ने इसे गरीब विरोधी बताया है।
सांसद रामकुमार शर्मा ने कहा कि केंद्र सरकार का लोक लुभावन चुनावी बजट है। इससे गरीब और मध्यम वर्ग को कोई लाभ नहीं होने वाला है। चुनाव को ध्यान में रख कर लोगों को ठगने का यह बजट है।
भाजपा उपाध्यक्ष अरुण गोप ने बजट की सराहना करते हुए कहा है कि यह बजट आम लोगों का बजट है। इसमें सभी वर्गों के लोगों को ध्यान में रखा गया है। इस बजट लोगों के हित में है।
कांग्रेस जिलाध्यक्ष विमल शुक्ला ने कहा है कि यह बजट पूर्ण रूप से गरीब, मध्यम वर्ग व किसान विरोधी है। यह एक लोकलुभावन बजट है। किसानों को छह हजार का लालीपॉप दिया गया है। यह बजट महज एक चुनावी स्टंट मात्र है।
भाजयुमो जिलाध्यक्ष चुनचुन ¨सह ने यह बजट आम जनता के हित में है। किसानों को 2022 तक आमदनी दोगुनी करने के लिए यह एक कदम है। छह हजार रुपये के साथ ही अन्य योजनाओं से किसानों को समृद्ध बनाने की पहल की गई है। सभी वर्गों का बजट में पूरा ध्यान रखा गया है।
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