लॉ एंड ऑर्डर को दुरुस्त रखने को लेकर डीएम-एसपी ने बुलाई बैठक
सीतामढ़ी। जिलाधिकारी अभिलाषा कुमारी शर्मा ने पुलिस अधीक्षक अनिल कुमार सहित वरीय अधिकारियो
सीतामढ़ी। जिलाधिकारी अभिलाषा कुमारी शर्मा ने पुलिस अधीक्षक अनिल कुमार सहित वरीय अधिकारियों के साथ बैठक कर विधि-व्यवस्था को दुरुस्त रखने के मद्देनजर तमाम दिशा-निर्देश दिए। समाहरणालय स्थित परिचर्चा भवन में आहूत बैठक में अधिकारी ने कहा कि आने वाले पर्व-त्योहार के मद्देनजर खास चौकसी बरतने की आवश्यकता है। मद्य निषेध, मास्क चेकिग, वाहन जांच, यातायात व्यवस्था आदि की विस्तृत समीक्षा की गई। इसके लिए पूरी योजना एवं तैयारी के साथ लगातार कार्रवाई करने के निर्देश दिए। असामाजिक, उपद्रवी एवं अपराधी तत्वों पर कड़ी नजर रखें त्वरित कार्रवाई करें। उन्होंने धारा 107, 110, सीसीए 3 आदि के तहत अधिक से अधिक प्रस्ताव भेजने एवं प्राप्त प्रस्तावों के आलोक में तुरंत कार्रवाई के निर्देश दिए। शराबबंदी को और भी प्रभावकारी रूप से लागू करने के लिए सख्ती बरतने पर जोर दिया गया। बैठक में एसपी अनिल कुमार, पीजीआरओ महेश कुमार दास, निदेशक डीआरडीए, मुमुक्ष चौधरी, डीपीआरओ परिमल कुमार, एसडीओ, एसडीपीओ सहित कई वरीय अधिकारी उपस्थित थे। डीएम बोलीं- विधि-व्यवस्था सर्वोच्च प्राथमिकता
जिलाधिकारी ने कहा कि विधि -व्यवस्था सर्वोच्च प्राथमिकता है। इसमें किसी भी प्रकार की शिथिलता एवं लापरवाही बर्दाश्त नहीं की जाएगी। सूचना तंत्र को अधिक से अधिक सक्रिय कर पूरी टीम भावना के साथ कार्य करें। रात्रि गश्ती अधिक से अधिक करें। चौकीदारी परेड अनवरत जारी रहना चाहिए। भूमि विवाद को लेकर सभी थानों में शनिवार की बैठक जारी रहे। छोटी-छोटी घटनाओं पर भी त्वरित रूप से संज्ञान लें। आने वाले पर्व-त्योहारों एवं पंचायत चुनाव के अवसर पर विधि-व्यवस्था संधारण को लेकर अभी से ही सभी आवश्यक कदम उठाना शुरू कर दें। पंचायतों में जाकर विधि-व्यवस्था का फीडबैक ले। मास्क चेकिग लागतार चलाते रहने का निर्देश दिया। उन्होंने होटलों, ढाबों, सार्वजनिक स्थानों पर भी मास्क चेकिग चलाने का निर्देश दिया। किसी भी आयोजन में कोविड गाइडलाइन का पूरी तरह से पालन हो, इसे हर हाल में सुनिश्चित करें। जिलाधिकारी ने कहा कि मद्य-निषेध को प्रभावी रूप से लागू करने को लेकर सख्त से सख्त कदम उठाएं। अवैध शराब या कारोबारियों को लेकर पूरी सतर्कता बरतें। ओवरलोडिग को लेकर सघन जांच अभियान चलाएं। जाम की समस्या को लेकर भी पुलिस की अपनी जवाबदेही है और इसे प्राथमिकता के साथ कार्ययोजना बनाकर कार्य करें। अभियान चलाकर ऑटो की जांच करें और यह सुनिश्चित करें की नाबालिग किसी भी हाल में ऑटो नहीं चलाए। सड़क दुर्घटना को लेकर ब्लैक स्पॉट चिन्हित करें। वाहन दुर्घटनाओं के कारणों की जांच करे। उसके निदान हेतु प्रस्ताव भी दें।