व्यवसायी हत्याकांड के खिलाफ बंद रहा शहर-बाजार, व्यवसायियों में जबरदस्त गम और गुस्सा
सीतामढ़ी। शहर से सटे नगर थाना क्षेत्र के बरियारपुर मेन रोड में मां भवानी ट्रेडर्स के मालि
सीतामढ़ी। शहर से सटे नगर थाना क्षेत्र के बरियारपुर मेन रोड में मां भवानी ट्रेडर्स के मालिक विजय भगवानी उर्फ गुड्डू की हत्या के विरोध में व्यवसायियों के एलान पर शुक्रवार को सीतामढ़ी शहर-बाजार बंद रहा। सुबह 10 बजे सड़कों पर उतरे व्यवसायी हत्यारे की गिरफ्तारी, अपनी सुरक्षा व एसपी के तबादले की मांग कर रहे थे। जानकी स्थान चौक से जुलूस की शक्ल में पुलिस प्रशासन के खिलाफ नारेबाजी व प्रदर्शन करते हुए आगे बढ़े। मेन रोड होकर मेहसौल चौक पर धरना दिया। व्यवसायी हत्याकांड से व्यवसायियों में जबरदस्त गम और गुस्सा है। पुलिस प्रशासन के खिलाफ उनमें आक्रोश भी उतना ही है। व्यवसायियों का कहना है कि पिछले 36 घंटे के दौरान गोलीबारी की छह घटनाएं हुईं। जिनमें मेजरगंज में एक दारोगा शहीद हुए। शहर में एक व्यवसायी व बेलसंड में एक अधेड़ की मौत हो गई। परिहार में दो लोगों को गोली मारी तो सोनबरसा में युवक को गोली मारी गई। तमाम व्यवसायी संगठन बंद में हुए शामिल
तमाम व्यवसायिक संगठनों ने गुरुवार को व्यवसायी की हत्या की घटना के बाद देरशाम सीतामढ़ी बंद का एलान किया। जिसका जबरदस्त असर शहर में दिखा। चैंबर ऑफ कॉमर्स, व्यवसायी संघ , खुदरा व्यवसायी संघ, स्वर्णकार संघ ने बंद का आह्वान किया था। इसमें व्यवसायी संघ के अध्यक्ष निर्मल व्याहूत, चैंबर ऑफ कॉमर्स के संस्थापक अध्यक्ष कैलाश हिसारिया, अध्यक्ष अजय सर्राफ, घनश्याम व्यास, संस्थापक सचिव राजेश सुंदरका, रितेश सिकारिया, दवा व्यवसायी संघ के अध्यक्ष मनोज सिंह, सचिव राजकुमार, स्वर्णकार संघ के अध्यक्ष रितेश सर्राफ, नगर परिषद के उपसभापित दीपक मस्करा, राजीव जालान, पंकज मस्करा, पेट्रोलियम संघ के अमित कुमार सिंह, लोहा व्यवसायी संघ के शंकर प्रसाद, खुदा व्यवसायी संघ के अशोक कुमार, फुटकर विक्रेता संघ के आफताब अंजुम, नीतेश कुमार के नेतृत्व में व्यवसायी सड़क पर उतर आए। अपनी-अपनी दुकानें बंद रखीं। विधायक की गैरमौजूदगी में उनके प्रतिनिधि सिद्धार्थ कुमार के अलावा भाजयुमो प्रदेश कार्यसमिति सदस्य प्रिस तिवारी, आईटी सेल के अवनीश कुमार, उमेश गीरी, गोपाल कुमार सहित अन्य भी बंद के समर्थन में आगे आए थे।
न सुरक्षा न हथियार का लाइसेंस
चैंबर ऑफ कॉमर्स के संस्थापक अध्यक्ष कैलाश हिसारिया ने कहा कि प्रभास साइकिल स्टोर्स के मालिक प्रभास हिसारिया की हत्या के बाद पुलिस द्वारा सुरक्षा का आश्वासन तथा हथियार का लाइसेंस देने की बात कही गई थी। मगर न सुरक्षा मिली न किसी को हथियार का लाइसेंस मिल सका। पुलिस की निष्क्रियता के कारण आए दिन आपराधिक घटनाएं हो रही हैं। उधर, पुलिस कप्तान कार्रवाई और सुरक्षा का आश्वासन देकर हर बार निकल जाते हैं। यदि सरकार व्यवसायियों को सुरक्षा प्रदान नहीं कर सकती है तो हथियार का लाइसेंस ही दें। व्यवसायी अपनी जानमाल की रक्षा स्वयं कर लेंगे।