राम-जानकी विवाहोत्सव से जुड़ी आस्था, चार दिनों तक मांस-मदिरा पर रोक
सीतामढ़ी। माता जानकी और प्रभु श्रीराम विवाहोत्सव से लोगों की आस्था जुड़ी है।
सीतामढ़ी। माता जानकी और प्रभु श्रीराम विवाहोत्सव से लोगों की आस्था जुड़ी है। न केवल भारत, बल्कि पड़ोसी देश नेपाल में भी राम और जानकी का वास है। विवाह पंचमी महोत्सव पर राजा विदेह की नगरी जनकपुर में चार दिनों तक पूर्ण शराबबंदी रहेगी। मुर्गा, बकरा, अंडा व मछली आदि की बिक्री पर भी रोक होगी। इलाके के तमाम मांसाहारी होटल बंद कर दिए जाते हैं। इस बार भी चार से आठ दिसंबर तक सरकार ने मांस-मदिरा की खरीद, बिक्री और उपयोग पर रोक लगा दी है। हालांकि, इलाके के दुकानदार स्वत: चार-पांच दिनों के लिए अपनी दुकानें बंद कर देते हैं।
शुक्रवार से जनकपुरधाम उपमहानगरपालिका में मछली, मांस और शराब की बिक्री और वितरण पर प्रतिबंध सप्ताह भर चलने वाले विवाह पंचमी उत्सव को लक्षित करते हुए शुक्रवार से जनकपुरधाम उपमहानगरपालिका में मछली, मांस और शराब की बिक्री और वितरण पर प्रतिबंध लगा दिया गया है। जनकपुरधाम उपमहानगर पालिका व स्थानीय प्रशासन ने शनिवार से नगरपालिका में मछली, मांस व शराब की बिक्री व वितरण पर रोक लगाने का नोटिस जारी किया है। उपमहानगर के मुख्य प्रशासनिक अधिकारी प्रद्युम्न प्रसाद उपाध्याय ने बताया कि विवाह पंचमी पर्व को देखते हुए आज से 10 दिसंबर तक मांस, शराब और नशीले पदार्थों के सेवन और बिक्री पर पूरी तरह से रोक लगा दी गई है। सप्ताहभर चलने वाले कार्यक्रम के तहत जनकपुरधाम नगर दर्शन, फूलवारी लीला, धनुष यज्ञ, तिलकोत्सव, मटकोर, स्वयंवर और विवाह और रामलेवा विधि का आयोजन किया जा रहा है। माता सीता की डोली व बरात के स्वागत की तैयारी में जुटे परिषद सदस्य सीतामढ़ी। श्री सीता जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र विकास परिषद् द्वारा संकल्पित श्री लक्ष्मणा गंगा संध्या आरती में नौ दिसंबर को माता सीता डोली सह बरात की उपस्थिति संपूर्ण तीर्थ क्षेत्र के लिए गौरव की बात होगी। यह क्षण ऐसा होगा जैसे संपूर्ण प्रकृति दो सखियों के मिलन का दीपोत्सव मना रही हो। लक्ष्मण नदी के श्री सीता घाट पर माता सीता की डोली व बरात के स्वागत की तैयारी को लेकर परिषद् के अध्यक्ष अभिषेक मिश्र की अध्यक्षता में शनिवार को बैठक हुई। बैठक में कार्यक्रम की रूप रेखा की जानकारी देते हुए जिला अध्यक्ष मिश्र ने कहा कि इस भव्य एवं मनोरम ²श्य के लिए विभाग सह श्रेणियों में हम सभी स्वयंसेवकों की जिम्मेदारी तय हो चुकी है। इसके तहत मंच संचालन के लिए अखिलेश एवं राजू, बारात स्वागत व्यवस्था सुमित, संपर्क विहिप के संत भूषण दास एवं अरुण, सुरक्षा की व्यवस्था यज्ञेश एवं प्रवीण, दीपोत्सव की श्र प्रकाश एवं राजेश, प्रसाद वितरण के लिए कामेश्वर एवं अमित, स्वास्ति वाचन पंडित राकेश झा एवं समूह तथा आरती पंडित गोविद झा एवं समूह को जिम्मेदारी सौंपी गई है। अध्यक्ष ने हर हर लक्ष्मणे - जय सीते के आह्वान के साथ भक्त जनों को कोविड अनुशासन के साथ सहभागी होने का आग्रह किया ।