पहुंच पथ के अभाव मेंअनुपयोगी बना लाखों की लागत से बना पुल
चोरौत के बसोतरा से घुघला गांव के समीप हरही नदी पर लाखों की लागत से 3 साल पहल
सीतामढ़ी। चोरौत के बसोतरा से घुघला गांव के समीप हरही नदी पर लाखों की लागत से 3 साल पहले ही पुल का निर्माण हो गया। लेकिन इसके दोनों तरफ एप्रोच नहीं होने पुल से आवागमन ठप है और लोगों को इसका कोई लाभ नहीं मिल रहा है। 229.4 लाख की लागत से बने उच्चस्तरीय पुल का निर्माण सितंबर 2015 में शुरू हुआ था। 12 महीने बाद सितंबर 2016 में कार्य पूरा हो गया। लेकिन, संबंधित संवेदक ने दोनों तरफ एप्रोच पथ का निर्माण नहीं किया। पुल के निर्माण कार्य पूर्ण के बाद 5 वर्ष तक मेंटेंनेंस के लिए 1.42 लाख की राशि निर्धारित है। सरकार की इतनी राशि खर्च होने के बाद भी योजना का लाभ किसी को नहीं मिल रहा है। बिना एप्रोच का यह पुल किसी काम का नहीं। इस पुल की लंबाई 47.12 मीटर है। इस पुल का निर्माण रणवीर निर्माण प्राइवेट लिमिटेड ने किया है।
बरसात के मौसम में आवागमन हो जाता बंद
इस पुल से आवागमन शुरू नहीं होने से बारिश के मौसम शुरू होते आवागमन ठप्प हो जाएगा। पूर्व ऐसा ही होता आया है। ऐसे में आवागमन के लिए नाव ही सहारा होता है। वह भी प्रशासन के तरफ से उपलब्ध कराने पर स्थानीय लोग ही इसके चालक रहते हैं। इस कारण बरसात के मौसम में बच्चों की पढ़ाई ठप्प हो जाती है। किसी की तबीयत खराब होने पर चिकित्सक के पास ले जाने में भारी परेशानी झेलनी पड़ती है। इस पुल से आवागमन शुरू हो जाने से 2 प्रखंडों के बीच की दूरी कम हो जाएगी। इसके साथ ही भंटावारी व परिगामा पंचायत के दर्जनों गांव के लोगों को पुपरी अनुमंडल जाने में काफी सुविधा रहेगी। पुल के अभाव में चार पहिया एवं अन्य बड़े वाहनों का आवागमन बंद है। जिला पार्षद विश्वनाथ मिश्र, पंसस मोहन ठाकुर, पूर्व सरपंच जुगल किशोर ठाकुर, मुखिया पुकार दास, मुखिया संजय शाह, सीताराम मुखिया, मुकेश यादव, संदीप यादव, शिक्षक राम नरेश राम बताते हैं कि इस पुल के दोनों ओर एप्रोच पथ का बनाना जरूरी है ताकि पुल का उपयोग आवागमन में हो सके।