हिरासत में मौत के बाद मेहसौल ओपी में महिदवारा के अफसर को थानाध्यक्ष की कमान
सीतामढ़ी। पुलिस हिरासत में एक शख्स की मौत के मामले में निलंबित किए गए मेहसौल ओपी प्रभारी मोसिर अली की जगह वहां नए अफसर ने कमान संभाल ली है। महिदवारा थाने में तैनात पुलिस पदाधिकारी जितेंद्र कुमार सुमन को एसपी हर किशोर राय ने वहां का चार्ज सौंपा है।
सीतामढ़ी। पुलिस हिरासत में एक शख्स की मौत के मामले में निलंबित किए गए मेहसौल ओपी प्रभारी मोसिर अली की जगह वहां नए अफसर ने कमान संभाल ली है। महिदवारा थाने में तैनात पुलिस पदाधिकारी जितेंद्र कुमार सुमन को एसपी हर किशोर राय ने वहां का चार्ज सौंपा है। आठ नवंबर को बसवरिया कृष्णानगर बिनटोली वार्ड नंबर-तीन निवासी विश्वनाथ चौधरी को मेहसौल ओपी प्रभारी ने शराब का धंधा करने के आरोप में गिरफ्तार किया था। हिरासत में ही उसकी मौत हो गई। हिरासत में मौत की घटना को लेकर स्वजनों ने भारी हंगामा किया। जिसके चलते पुलिस को भारी किरकिरी हुई और उसको फजीहत झेलनी पड़ी। इसके बाद ओपी प्रभारी को एसपी ने तत्काल निलंबित कर दिया। उनपर विभागीय कार्यवाही चलाने की बात भी कही। अगले दिन मृतक चौधरी की पत्नी गायत्री देवी के बयान पर मोसिर अली पर हत्या की प्राथमिकी दर्ज कराई गई। एससी/एसटी एक्ट भी लगा। ---------------------------------------------
शराब के धंधे के आरोप में गिरफ्तारी के बाद मेहसौल ओपी में इसी तरह बैठे थे विश्वनाथ चौधरी पुलिस की ओर से एक तस्वीर भी जारी की गई है, जो विश्वनाथ चौधरी की मृत्यु से पहले मेहसौल ओपी की बताई गई है। इस तस्वीर में विश्वनाथ चौधरी को चुलाई शराब के साथ बैठा हुआ दिखाया गया है। मेहसौल ओपी के तत्कालीन प्रभारी मोसिर अली ने इसी के आधार पर केस भी बनाया है। मगर, इसी तस्वीर को देखकर स्वजन पुलिस पर उंगली उठा रहे हैं और दावा कर रहे हैं कि इसमें चौधरी बिल्कुल भला-चंगा दिख रहे हैं। यह हालत उनके मरने की बिल्कुल नहीं लगती। मोसिर अली के बयान पर दर्ज केस के मुताबिक, आठ नवंबर की शाम विश्वनाथ चौधरी के शराब के धंधे के बारे में गुप्त सूचना मिली थी जिसपर छापेमारी की गई। वह पुलिस को देखते ही भागने लगे। खदेड़कर पकड़ा गया। उनके घर के बाहर बरामदे से सटे एक कमरे से तीन झोला में कुल 120 पीस डेढ़ सौ एमएल यानि 18 लीटर शराब बरामद हुई। उधर, मेहसौल ओपी के पुलिसकर्मियों ने यह भी जानकारी दी कि इससे पूर्व भी विश्वनाथ चौधरी को शराब के मामले में जेल भेजा गया था। मेहसौल थाने में 23 अगस्त को कांड संख्या 679/ 21 दर्ज हुआ था। फिलहाल वे जमानत पर बाहर थे और दोबारा उस दिन पकड़े गए। इनसेट
पोस्टमार्टम रिपोर्ट में पिटाई से मौत का मामला नहीं निकला सीतामढ़ी : पुलिस व स्वास्थ्य विभाग के सूत्रों ने जानकारी दी है कि मृतक की पोस्टमार्टम रिपोर्ट में ऐसा कुछ निकलकर नहीं आया है जिसकी शिकायत स्वजन कर रहे थे। मृतक के स्वजनों का कहना था कि हिरासत में पुलिस की पिटाई से विश्वनाथ चौधरी की मौत हुई है और इसी के लिए हत्या की प्राथमिकी भी उन लोगों ने दर्ज कराई। इसी शिकायत के बाद मेडिकल बोर्ड बिठाकर पोस्टमार्टम भी कराया गया। मगर, रिपोर्ट में मौत की दूसरी वजह निकलकर सामने आई है। कहा गया है कि मृत्यु मायोकार्डिया सी आर फेल्योर के कारण हुई है। मृतक के दोनों आंखें बंद, मुंह बंद, शरीर पर कोई बाहरी चोट के निशान भी नहीं पाए गए हैं। आधिकारिक सूत्र रिपोर्ट के बारे में जिक्र तो करते हैं लेकिन, मामला काफी संवेदनशील होने का हवाल देते हुए सार्वजनिक तौर पर उसकी पुष्टि करने से साफ कतराते हैं।