680 अधिवक्ता करेंगे 46 प्रत्याशियों के भाग्य का फैसला
सीतामढ़ी। जिले के अधिवक्ताओं का सबसे बड़ा संघ जिला बार एसोसिएशन के चुनाव की सरगर्मी कड़ाके की इस ठंड में भी परवान पर है।
सीतामढ़ी। जिले के अधिवक्ताओं का सबसे बड़ा संघ जिला बार एसोसिएशन के चुनाव की सरगर्मी कड़ाके की इस ठंड में भी परवान पर है। 16 जनवरी को वोट डाले जाएंगे। नतीजे उसी दिन देरशाम तक घोषित कर दिए जाएंगे। करीब 680 अधिवक्ता अध्यक्ष के एकल पद पर आशुतोष कुूमार वर्मा, अरविद कुमार ठाकुर, अजय कुमार गुप्ता व विनोदानंद झा के भाग्य का फैसला करेंगे। उपाध्यक्ष के दो पद के विरूद्ध अमरनाथ पांडेय, सत्येंद्र कुमार तिवारी, काशीकांत ठाकुर व रामबाबू पटेल किस्मत आजमा रहे हैं। सचिव के एकल पद के लिए राकेश कुमार तिवारी, नंद किशोर झा, इंद्रकांत चौधरी, राजकिशोर सिंह, कृष्णनंदन प्रसाद श्रीवास्तव, नसरूद्दीन खां, सुनील कुमार सुमन, सुनील कुमार, किरण कुमार चौधरी व राजेश्वर यादव सरीखे दस प्रत्याशी चुनामी दंगल में आमने-सामने हैं। संयुक्त सचिव के दो पद के विरूद्ध अधिवक्ता दया शंकर, अशोक कुमार, जयवीर प्रसाद, कृष्णकांत झा, मीना सिंहा, रंधीर कुमार सिंह, रामज्ञान राय, शोभा कुमारी, सत्यप्रकाश निराला व सुनील कुमार मिश्र सरीखे दस उम्मीदवार मतदाता की अदालत में हैं। सहायक सचिव के दो पद के विरूद्ध अमरीश कुमार, कन्हैया कुमार, मिथिलेश कुमार यादव व सोहन लाल राम दस्तक दे रहे हैं। कोषाध्यक्ष के एकल पद के विरूद्ध आमने-सामने की लड़ाई में बलिराम ठाकुर तथा संतोष कुमार झा हैं। अंकेक्षक के एकल पद पर जितेंद्र कुमार चौधरी, धनंजय कुमार सिंह, नथूनी प्रसाद व उमेश कुमार मौजूद हैं। कार्यकारिणी के सात पद के विरूद्ध कुमारी वंदना झा, नवीन कुमार सिंह, प्रकाश झा, रागनी कुमारी, रेणु कुमारी, रतन कुमार, रंजेश कुमार, व सिकंदर हयात खां सरीखे आठ प्रत्याशी चुनावी जंग में हैं। इनसेट के लिए :::
बार एसोसिएशन में पहली बार पांच महिला प्रत्याशी
सीतामढ़ी : जिला बार एसोसिएशन में पहली बार पांच महिला प्रत्याशी भी अपनी किस्मत आजमा रही हैं। एसोसिएशन के प्रथम अध्यक्ष बसंत कुमार बोस थे। वे एक जनवरी, 1927 से 31 दिसंबर, 1940 तक तो प्रथम सचिव राय बहादूर हरिनंदन प्रसाद थे। वे एक जनवरी, 1927 से 31 दिसंबर, 1937 तक पद की शोभा बढ़ाए। कोट बाजार सीतामढ़ी से सफर तय कर विनाशकारी भूकंप में 1934 में तलखापुर डुमरा अदालत लाई गई। तब से जिला बार एसोसिएशन के लिए होने वाले चुनाव में पहली बार पांच-पांच महिला प्रत्याशी चुनावी मैदान में हैं। वहीं आज तक एक बार भी अध्यक्ष या सचिव के महत्वपूर्ण पद पर कोई भी महिला प्रत्याशी ने नामांकन के पर्चे दाखिल नहीं किए। इतिहास में पहली बार सचिव के लिए 11 तो सभी पदों पर 46 अधिवक्ताओं द्वारा किस्मत आजमाया जाना भी एक रेकॉर्ड है।