475 प्रवासियों को क्वारंटाइन के लिए भेजा गया घर
सीतामढ़ी। श्रमिक स्पेशल ट्रेनों के अलावा अपनी मर्जी से तथा अपनी सुविधा के अनुरूप घर वापस होने वाले श्रमिक सरकारी क्वारंटाइन सेंटर की बजाय अब अपने घर पर हीं क्वारंटाइन होंगे।
सीतामढ़ी। श्रमिक स्पेशल ट्रेनों के अलावा अपनी मर्जी से तथा अपनी सुविधा के अनुरूप घर वापस होने वाले श्रमिक सरकारी क्वारंटाइन सेंटर की बजाय अब अपने घर पर हीं क्वारंटाइन होंगे। पूर्व से क्वारंटाइन सेंटर पर क्वारंटाइन किए गए इस तरह के श्रमिकों को भी अब उनके घर का रास्ता दिखाया जा रहा है। जिले में प्रवेश करते हीं ऐसे श्रमिकों की थर्मल स्क्रीनिग अनिवार्य होगी । स्क्रीनिग के बाद होम क्वारंटाइन के लिए उन्हें मुक्त कर दिया जाएगा। यहां तक कि कोरलहिया से उनके घर तक पहुंचने के लिए पहले की तरह उन्हें किसी प्रकार की सरकारी सुविधा उपलब्ध नहीं हो सकेगी । सीओ अश्विनी कुमार के अनुसार प्रखंड व पंचायत स्तर पर बनाए गए क्वारंटाइन सेंटर तक वही लाए जाएंगे जो श्रमिक स्पेशल ट्रेनों से बिहार आ रहे हैं। अंचल अधिकारी की मानें तो यह सरकारी आदेश है। इसी आदेश के अनुपालन में बीते 24 घंटे में विभिन्न सेंटर से इस तरह के 475 प्रवासियों को उनके घर का रास्ता दिखाया जा चुका है । कई सेंटर तो बिल्कुल खाली कर दिए गए हैं। आधिकारिक सूचना अनुसार प्रखंड के उच्च विद्यालय मोरसंड से -93, मध्य विद्यालय महिदवारा से-157, उत्क्रमित उच्च विद्यालय ओलीपुर से-60,मध्य विद्यालय रुन्नी से-60,उत्क्रमित उच्च विद्यालय बलुआ से-74, मध्य विद्यालय बघाड़ी से 22 तथा मध्य विद्यालय टिकौली से कुल 09 श्रमिकों को होम क्वारंटाइन के लिए उनके घर भेज दिया गया है। दूसरी ओर,गुरुवार की सुबह लुधियाना से सीतामढ़ी जंक्शन पहुंची श्रमिक स्पेशल ट्रेन से रिसीव किए गए श्रमिकों में रुन्नीसैदपुर के कुल 47 प्रवासियों को उच्च विद्यालय मोरसंड में क्वारंटाइन किया गया ।