41 फीट उंची संकटमोचक हनुमान जी की प्रतिमा की हुई प्राण-प्रतिष्ठा
मेजरगंज प्रखंड के मुबारकपुर गांव के जय सुदर्शन आश्रम प्रांगण में 41 फीट ऊंची विशालकाय हनुमान जी की प्रतिमा का शनिवार को लोकार्पण हुआ।
सीतामढ़ी। मेजरगंज प्रखंड के मुबारकपुर गांव के जय सुदर्शन आश्रम प्रांगण में 41 फीट ऊंची विशालकाय हनुमान जी की प्रतिमा का शनिवार को लोकार्पण हुआ। इस अवसर पर हजारों भक्तों ढोल मजीरे के साथ हनुमान चालीसा व सुंदरकांड का पाठ किए। वैदिक मंत्रोच्चार और पूजा-अर्चना के साथ सुबह हनुमानजी की विशाल प्रतिमा की प्रतिष्ठा संतों के सानिध्य में हुई, जिसमें श्रद्धालुओं का सैलाब उमड़ पड़ा। आचार्य मदन झा के सानिध्य में हनुमान प्रतिमा की धूमधाम के साथ प्रतिष्ठा पंडितों द्वारा वैदिक मंत्रोच्चार से की गई। प्रतिष्ठा के पूर्व रूद्राभिषेक किया गया। उसके बाद हवन कुंड में पूर्ण आहुति देने के बाद महाआरती का आयोजन किया गया। आचार्य मदन झा तथा उनके साथ प्रतिष्ठा में शामिल अन्य पंडितों का आचार्य श्री सुदर्शन जी महाराज की ओर से ओर से माला व साफा पहनाया गया। इस अवसर पर प्रसिद्ध कथा वाचक आचार्य सुदर्शन जी महाराज ने कहा कि क्षेत्र में भक्तों के परिश्रम और त्याग से इतनी बड़ी हनुमान जी की प्रतिमा की स्थापना की गई है। आचार्य श्री ने सुरसा प्रसंग की चर्चा करते हुए कहा कि हनुमानजी संयोजन अर्थात 400 कोस तक अपने शरीर का विस्तार कर सकते हैं क्योंकि उनका बाल पवन तनय होने के कारण संपूर्ण ब्रह्मांड में व्याप्त है। शास्त्रों में कहा गया है कि मनुष्य के जीवन में कितना बड़ा भी संकट हो इस विशालकाय प्रतिमा का दर्शन मात्र करने से मनुष्य सारे संकटों से मुक्त हो सकता है। इस अवसर रूद्रेश कुमार सिंह, लोक नाथ त्रिपाठी, बैजनाथ सिंह, शैलेंद्र सिंह, जय चंद्र सिंह, मोहन पंडित, राकेश रौशन, मोनू, पिटू सहित अन्य उपस्थित थे। दूसरी ओर जय सुदर्शन आश्रम में एक शाम हनुमानजी के नाम भजन संध्या का आयोजन आचार्य श्री के सानिध्य में हुआ।