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36 घंटे तक बिजली आपूर्ति रही बाधित

पुपरी, अनुमंडल मुख्यालय समेत ग्रामीण इलाके में बीते 36 घंटे तक बिजली आपूर्ति बाधित रहने के कारण हाहाकार मचा रहा।

By JagranEdited By: Published: Sat, 22 Dec 2018 12:10 AM (IST)Updated: Sat, 22 Dec 2018 12:10 AM (IST)
36 घंटे तक बिजली आपूर्ति रही बाधित
36 घंटे तक बिजली आपूर्ति रही बाधित

सीतामढ़ी। पुपरी, अनुमंडल मुख्यालय समेत ग्रामीण इलाके में बीते 36 घंटे तक बिजली आपूर्ति बाधित रहने के कारण हाहाकार मचा रहा। ठंढ के बावजूद लोग बार- बार ब्रेकडाउन होने की समस्या का हल नहीं होते देख बिलबिला उठे। स्थानीय अधिकारी और कर्मियों के काफी मशक्कत बाद शुक्रवार की दोपहर बिजली आपूर्ति बहाल हो सकी। बुधवार की रात करीब 2 बजे अचानक ब्रेकडाउन होने के कारण बिजली गुल हो गई। इसके बाद स्थानीय पावर सब स्टेशन से जुड़े पुपरी, चोरौत, बाजपट्टी, नानपुर और बोखड़ा प्रखंड अंधेरे में डूब गया। सुवह उठते ही ठंड के इस मौसम में पानी की परेशानी शुरु हो गई। कुछ ही देर बाद बिजली के वैकल्पिक प्रबंध इनवर्टर भी जवाब दे गए। गली-मुहल्लों से जनरेटर का शोर मचने लगा। ब्रेकडाउन जैसी समस्या के बाद लोगों ने समझा कि आपूर्ति बहाल हो जाएगी, लेकिन ऐसा नहीं हुआ। लोग बिजली उपकेंद्र पर आपूर्ति को लेकर फोन घनघनाने लगे। दिन भर इंतजार के बाद शाम और फिर देर रात तक बिजली आने के आस में पूरी रात बीत गई। इसके बाद मोबाइल भी लोगों का बंद हो गया। एटीएम में पैसा निकालने वाले बैरंग लौटने लगे। किसी तरह शुक्रवार को करीब डेढ़ बजे बिजली मिलते ही लोगों ने राहत ली।

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एक दशक में भी नहीं मिली समस्या से निजात : अनुमंडल क्षेत्र के लाखों की आबादी के लिए ब्रेक डाउन परेशानी का सबब बना हुआ है। गर्मी हो या सर्दी पूरे साल लोग इस समस्या से जूझ रहे हैं। बताते चले कि पुपरी पावर सब स्टेशन को डुमरा ग्रिड से बिजली की आपूर्ति होती है। इस 29 किमी लंबी 33 केवीए लाइन में तीन दशक पूर्व लगाए गए तार, पोल सहित अन्य उपकरण आज तक बदले नहीं गए। लिहाजा जर्जर व्यवस्था के बीच हो रही बिजली की आपूर्ति अब परेशानी बढ़ा दी है। खासकर एक दशक से क्षेत्र के उपभोक्ता ब्रेकडाउन की समस्या से जूझ रहे है। पिछले पांच वर्षों में स्थिति और गंभीर हो गई है। गर्मी ही नहीं सर्दी में भी अचानक ब्रेकडाउन हो जाना आम बात है। इसके कारण बिजली का समुचित लाभ उपभोक्ताओं को नहीं मिल रहा।

सिस्टम बना लापरवाह, उपभोक्ता परेशान : पिछले पांच साल से हो रहे रोज-रोज के ब्रेकडाउन के बाद भी विभाग लापरवाह बना है। स्थानीय विद्युत आपूर्ति अवर प्रमंडल कार्यालय से बार-बार आला अधिकारियों को रिमाइंडर भेजा जा रहा है। लेकिन जिला में बैठे अधिकारी इसको गंभीरता से नहीं ले रहे हैं। इन पांच वर्षों में हाईटेंशन तार बदलने के लिए कई वार एजेंसी बहाल हुई। लेकिन समस्याओं का निदान नहीं हुआ। इतना ही नहीं मोबाइल या शिकायत करने के बाद भी अधिकारी गंभीरता से न लेकर मोबाइल बंद कर लेते हैं।


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