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176 किमी आरपीएफ का दायरा, 21 अफसर व कांस्टेबल के भरोसे सुरक्षा

सीतामढ़ी। भारत-नेपाल सीमा पर स्थित सीतामढ़ी रेलवे स्टेशन पर सुरक्षा इंतजाम बड़ी चुनौती बना हुआ है। राजकीय रेल पुलिस व रेल सुरक्षा बल की इस स्टेशन पर तैनाती है।

By JagranEdited By: Published: Sun, 24 Nov 2019 12:11 AM (IST)Updated: Sun, 24 Nov 2019 12:11 AM (IST)
176 किमी आरपीएफ का दायरा, 21 अफसर व कांस्टेबल के भरोसे सुरक्षा
176 किमी आरपीएफ का दायरा, 21 अफसर व कांस्टेबल के भरोसे सुरक्षा

सीतामढ़ी। भारत-नेपाल सीमा पर स्थित सीतामढ़ी रेलवे स्टेशन पर सुरक्षा इंतजाम बड़ी चुनौती बना हुआ है। राजकीय रेल पुलिस व रेल सुरक्षा बल की इस स्टेशन पर तैनाती है। रेलवे सुरक्षा बल (आरपीएफ) पर महती जवाबदेही है। यात्री सुरक्षा के साथ रेल संपत्ति की सुरक्षा भी उसके जिम्मे है। 176 किलोमीटर दायरे वाले आरपीएफ पोस्ट पर पर्याप्त बल की कमी खलती है। जितने जवान व अफसर यहां तैनात हैं उतनी ही संख्या में कम भी हैं। इन सबके बीच सुरक्षा बल अपनी सूझबुझ से जद्दोजहद करता है। गनिमत कहिए छिटपुट घटनाओं को छोड़ सबकुछ शांतिपूर्ण ढंग से गुजर रहा है। सीमाई इलाका होने के नाते सुरक्षा बल को रोजाना विभिन्न समस्याओं से दो-चार होना पड़ता है। इस पोस्ट का दायरा पूर्वी चम्पारण के कुंडवा चैनपुर रेलवे स्टेशन से दरभंगा की सीमा से पहले मोहम्मदपुर आउटर सिग्नल तक तथा दूसरे रूट में मुजफ्फरपुर के जुब्बा सहनी तक आता है। पिछले आंकड़ों पर गौर करें तो विभिन्न घटनाएं सामने आई हैं। इनमें सुरक्षा बल को कामयाबी भी मिली तो कई में वह अंधेरे में तीर चलाती रह गई। जानकारी के अनुसार, इस पोस्ट पर पदाधिकारी व कान्सटेबल तक 43 जवान चाहिए। महिलाओं की सुरक्षा और उनकी जांच के लिए यहां एक भी महिला पुलिस कर्मी नहीं है। उसके विरूद्ध 22 की बदौलत सुरक्षा का सारा दारोमदार है।

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स्वीकृत पद कार्यरत बल रिक्तियां

इंस्पेक्टर 01 ---

असिस्टेंट इंस्पेक्टर 01 02

एएसआइ 01 03

हेड कांस्टेबल 04 10

कांस्टेबल 15 06

महिला कांस्टेबल --- 02

इन मामलों में हुई गिरफ्तारी

स्थानीय रेलवे सुरक्षा बल द्वारा सीतामढ़ी रेलवे स्टेशन सहित क्षेत्रान्तर्गत स्टेशनों पर चालू माह तक तकरीबन 561 मामले दर्ज किए गए हैं। बतौर जुर्माना 2 लाख 17 हजार चार सौ रुपये की वसूली की गई। इस वर्ष जनवरी से 22 नवंबर तक रेलवे एक्ट के तहत कुल 188 मामले दर्ज किए गए हैं। इसमें 232 अभियुक्त थे। 148 अभियुक्तों से बतौर जुर्माना एक लाख 400 सौ रुपये वसूले गए। इसके बाद उन्हें रिहा किया गया। अन्य कई मामलों में 78 को जेल हुई। भेजा गया था। 6 अभियुक्त हालांकि, आज भी पकड़ से बाहर हैं। जिन मामलों में रेलवे सुरक्षा बल ने कार्रवाई की उनमें अवैध वेंडिग, महिला कोच में सफर करना, बिना टिकट यात्रा, बिना बुकिग के सामान ले जाना, रेल टिकटों की कालाबाजारी, रैक पॉइंट से चोरी, प्लेटफॉर्म व रेल डिब्बे में धूमपान करना, रेलवे स्टेशन या परिसर में गंदगी फैलाना आदि शामिल हैं। धूमपान व गंदगी फैलाने में पकड़े गए लोगों से जुर्माना

रेलवे सुरक्षा बल में दर्ज मामलों के अनुसार, मई से नवंबर माह के बीच ट्रेन के अलावा रेलवे स्टेशन, रेलवे विचरण क्षेत्र में स्वच्छता पखवारा के तहत रेलवे सुरक्षा बल द्वारा 289 मामले दर्ज किए गए। इस दौरान रेलवे सुरक्षा के कमांडों द्वारा रेलवे प्लेटफॉर्मो, रेल डब्बा में धूमपान करते यानी बीड़ी सिगरेट पीते कुल 91 लोगों को गिरफ्तार किय गया। गंदगी फैलाने के आरोप में 198 यात्री पकड़े गए। पकड़े गए कुल 289 यात्रियों से बतौर जुर्माना 1 लाख 17 हजार रुपए वसूल किए गए।

रेलवे सुरक्षा बल द्वारा जनवरी से नवंबर के बीच छह ऐसे भी मामले दर्ज हुए जो चोरी और तत्काल रेल टिकटों की कालाबाजारी से जुड़ा था। इसमें कुल 12 अभियुक्तों पर केस दर्ज हुआ।

इन मामलों में नहीं मिली कामयाबी

5 मार्च, 2019 को स्टेशन पर लगे सीसीटीवी कैमरे की चोरी हुई थी। रेलवे सुरक्षा बल इस मामले में प्राथमिकी दर्ज करने के बाद अभी तक हाथ-पांव ही मार रहा है। वहीं 13 अगस्त 2019 को रैक पॉईंट पर खड़ी मालवाहक ट्रेन से दस बोरी चावल चोरी को लेकर एक प्राथमिकी दर्ज की गई। रेलवे सुरक्षा बल ने हालांकि इस मामले में त्वरित सफलता हासिल की। महज तीन घंटे के अंदर चावल बरामद करने के साथ सात चोरों को गिरफ्तार भी कर लिया। वहीं 04 अक्टूबर की रात्रि प्लेटफॉर्म संख्या दो पर खड़ी मालवाहक ट्रेन से एक व्यक्ति को सीमेंट चोरी करते रंगेहांथ गिरफ्तार किया गया था। वहीं तीन अलग-अलग तारीख को चार रेल टिकट बिचौलिए को भी गिरफ्तार किया गाय था। इस दौरान पकड़े गए सभी 12 अभियुक्तों को रेल न्ययालय भेजा गया था।

क्या कहते हैं अधिकारी :

स्थानीय आरपीएफ कमांडर धर्मेन्द्र कुमार ने बताया की यहां सुरक्षा बल (मैन पावर) की बहुत कमी है। सीतामढ़ी रेलवे सुरक्षा बल का दायरा 187 किलोमीटर क्षेत्र का है। उस हिसाब से मैन पावर बढ़ जाए तो काम आसान हो जाएगा। सुरक्षा भी चौकसी के साथ होगी और रेल राजस्व में भी बढ़ोत्तरी हो जाएगी। बाबजूद हमारी टीम हमेशा तैयार व चौकसी बरतने को तत्पर रहती है।


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