तेलांगना से 1612 तो गुड़गांव से 46 प्रवासी लौटे सीतामढ़ी
सीतामढ़ी। प्रवासियों के लौटने का सिलसिला लगातार जारी है। रविवार को दो ट्रेनों से प्रवासी लौटे।
सीतामढ़ी। प्रवासियों के लौटने का सिलसिला लगातार जारी है। रविवार को दो ट्रेनों से प्रवासी लौटे। सोमवार को भी एक ट्रेन तेलंगना से ही आने वाली है। अभी तक नौ ट्रेनें विभिन्न प्रदेशों से श्रमिकों को लेकर आ चुकी है। श्रमिक स्पेशल 07042 नंबर की तेलांगना-सीतामढ़ी तो 04096 नंबर की गुड़गांव-दरभंगा स्पेशल ट्रेन से प्रवासियों का जत्था सीतामढ़ी आया। गुड़गांव वाली ट्रेन से सीतामढ़ी में 46 प्रवासी उतरे और यह गाड़ी दरभंगा के लिए बढ़ गई। वहीं तेलंगना से चली ट्रेन से 1612 प्रवासी पहुंचे। यह ट्रेन अपने निर्धारित समय सुबह 10 बजे ही आनी थी। मगर, 12 घंटे से अधिक विलंब हुई। सीतामढ़ी समेत 28 जिलों के प्रवासी सीतामढ़ी उतरे। 6मई के बाद पहली बार दो ट्रेनें एक दिन सीतामढ़ी आई हैं। इस प्रकार इतने दिनों में 10680 प्रवासी लौटे हैं। ट्रेन के इंतजार में पूरे दिन जिला प्रशासन व रेल प्रशासन के अधिकारी स्टेशन पर राह ताकते रहे। प्रवासियों को भोजन के पैकेट व बोतल बंद पानी दिया गया। प्रवासियों को सुरक्षित ट्रेन से उतारकर मास्क पहनाया गया। उनसे शारीरिक दूरी का पालन करने को कहा गया। सबकी थर्मल स्क्रीनिग कराई गई, उनके लगेज को सैनिटाइज किया गया। स्टेशन पर अपने आवभगत से सभी अभिभूत थे। ट्रेन आने के पूर्व पूरे स्टेशन परिसर को सैनिटाइज किया गया। 14 बसों से उन्हें उनके संबंधित क्वारंटाइन सेंटरों के लिए पुलिस सुरक्षा में रवाना किया गया। जैसे ही ट्रेन एक नंबर प्लेटफार्म पर पहुंची राजकीय रेल थानाध्यक्ष राजकुमार राम व रेलवे सुरक्षा बल के निरीक्षक धर्मेंद्र कुमार, उप निरीक्षक पीके झा सुरक्षा बलों के साथ ट्रेन को अपनी अभिरक्षा में ले लिया। जिला प्रशासन की ओर से एसडीएम रोचना माद्री तो रेलवे से स्टेशन अधीक्षक मदन प्रसाद मौजूद थे। वही राजकीय रेल पुलिस की महिला टीम लीडर एएसआइ मंजू कुमारी, हवलदार पवन देवी, आरक्षी पूनम कुमारी, रेखा रानी, अस्मिता कुमारी, प्रतिमा कुमारी व मिता कुमारी के साथ स्टेशन पर कोरोना योद्धा की तरह डटी रहीं। स्टेशन अधीक्षक ने बताया कि रविवार को हरियाणा के गुड़गांव से वाया सीतामढ़ी होते दरभंगा जाने वाली ट्रेन से स्थानीय रेलवे स्टेशन पर सीतामढ़ी जिले के विभिन्न प्रखंडों के कुल 46 यात्री को उतारा गया है। 04096 नंबर की यह ट्रेन सुबह के 10:46 स्थानीय रेलवे स्टेशन पहुंची थी। प्रशासनिक देख रेख में यात्रियों को उतार कर सभी को थर्मल स्क्रीनिग कराया गया। इस दौरान सभी यात्रियों की टेंप्रेचर नार्मल पाया गया।
अभी तक किन-किन ट्रेनों से कितने प्रवासी लौटे
श्रमिकों को ढोने वाली ट्रेनों से 10 हजार 6 सौ 36 लोग सीतामढ़ी लाए जा चुके हैं। 6 मई को गुजरात से 1200 सौ यात्री, 7 व 17 मई को हैदराबाद लिगमपल्ली से 2738, लुधियाना से 09, 12, 13 और 16 मई तक कुल 4554, तेलंगाना, सिकंदराबाद से 14 मई को 1547, चंडीगढ़ से 15 मई को 597 पहुंचे। तेलंगना से इन इलाको के आए लोग लिगमपल्ली तेलंगना से कुल 1512 लोग ट्रेन से लाए गए। जिनमें 1445 अन्य जिले के थे। वहीं 127 सीतामढ़ी जिला के विभिन्न प्रखंडों के हैं। मेजरगंज 02, रीगा 14, डुमरा 07, रुन्ननीसैदपुर 21, परिहार 09, सोनबरसा 20, बथनाहा 04, पुपरी 01, बाजपट्टी 02, बोखरा 20, नानपुर 04, सुरसंड 09, बेलसंड 08 और परसौनी के 06 लोग शामिल हैं। 14 बसों से सभी को उनके संबंधित प्रखंडों के क्वारंटाइन सेंटरों के लिए कड़ी सुरक्षा के बीच रवाना किया गया। अन्य 27 जिलो के 1485 लोग आए
इस दौरान विभिन्न जिलों के पहुंचने वाले यात्रियों की कुल संख्या 1485 है। जिसमे अररिया 4, औरंगाबांद में एक बेगूसराय में 93, बांका में चार, दरभंगा में 176, भागलपुर के 6, भोजपुर के नौ, सारण के दो, पूर्वी चम्पारण के 88, गोपालगंज के 77, जहानाबाद के एक, जमुई के दो, कैमूर के पांच, लखीसराय के एक, खगड़िया के एक, कटिहार के तीन, मधुबनी के 171, मुजफ्फरपुर के 288, मुंगेर के दो, नवादा के एक, रोहतास के दो, समस्तीपुर के 411, सिवान के तीन, वैशाली के 15, पश्चिमी चंपारण के 99, पटना के 15 लोग शामिल थे।