सुख-समृद्धि की चाह में मखदूम के दरबार में श्रद्धालुओं का तांता
सोमवार को शेखपुरा में श्रद्धा तथा आदर के साथ महान सूफी संत बाबा मखदूम शाह अलैह का वार्षिक उर्स मेला शुरू हुआ। यह मेला आज मंगलवार को संपन्न होगा। सोमवार को आयोजित सूफी संत का 616 वां उर्स था। इसको लेकर शेखपुरा के बड़ी दरगाह स्थित मखदूम शाह के मजार पर श्राद्धालुओं का शैलाव उमड़ पड़ा।
शेखपुरा: सोमवार को शेखपुरा में श्रद्धा तथा आदर के साथ महान सूफी संत बाबा मखदूम शाह अलैह का वार्षिक उर्स मेला शुरू हुआ। यह मेला आज मंगलवार को संपन्न होगा। सोमवार को आयोजित सूफी संत का 616 वां उर्स था। इसको लेकर शेखपुरा के बड़ी दरगाह स्थित मखदूम शाह के मजार पर श्राद्धालुओं का शैलाव उमड़ पड़ा। विधिवत उर्स की शुरुआत को सोमवार की शाम में शुरू हुआ। मगर इसके पहले दोपहर से ही काफी संख्या में लोगों ने अपनी चादरपोशी शुरू कर दी। बाद में देर शाम में अंजुमन मखदूमिया ने विधिवत चादरपोशी की रश्म अदा किया। चादरपोशी के रश्म के पहले अंजुमन मखदूमिया ने शहर में शोभा यात्रा भी निकाली। इस शोभा यात्रा में पुरानी परंपरा तथा सांप्रदायिक सौहार्द के तहत काफी संख्या में हिदुओं ने भी हिस्सा लिया। इधर जमालपुरबीघा स्थित ़खाऩकाह से भी शोभा यात्रा निकालकर मजार पर चादरपोशी की गई। दो दिनों तक चलने वाले इस उर्स मेला में बंगाल तथा झारखंड से भी काफी संख्या में श्राद्धलु शेखपुरा पहुंचे हैं। यहां जुटे हिदू-मुसलमानों ने बिना किसी मजहबी भेदभाव के मखदूम शाह के मजार पर चादरपोशी की तथा सुख-समृद्धि की मन्नत मांगी। यहां के मुख्य कर्ता-धर्ता में शामिल सामाजिक कार्यकर्ता हाजी मुमता•ा तथा काशिम हुसैन ने बताया मनेर से आकर बाबा मखदूम ने शेखपुरा के बगल में अवस्थित कमासी में शांति-सौहार्द तथा आपसी भाईचारे का संदेश दिया था।