19 साल से बेकार पड़े श्रीकृष्ण पुस्तकालय को पुनर्जीवित करने का प्रयास
बिहार के प्रथम मुख्यमंत्री श्रीकृष्ण के नाम पर स्थापित 19 वर्षों से बेकार पड़े शेखपुरा के श्रीकृष्ण पुस्तकालय को पुनर्जीवित करने का प्रयास शुरू हो गया है। इस मामले में खुद डीएम इनायत खान ने पहल शुरू की है।
शेखपुरा:
बिहार के प्रथम मुख्यमंत्री श्रीकृष्ण के नाम पर स्थापित 19 वर्षों से बेकार पड़े शेखपुरा के श्रीकृष्ण पुस्तकालय को पुनर्जीवित करने का प्रयास शुरू हो गया है। इस मामले में खुद डीएम इनायत खान ने पहल शुरू की है। इसी को लेकर डीएम ने शनिवार की शाम स्टेशन रोड में स्थित इस पुस्तकालय के जर्जर हो रहे वीरान भवन का खुद मुआयना किया। उनके साथ कई और अधिकारी भी शामिल थे। डीएम ने बताया कि पुस्तकालय में विभिन्न किस्म की किताबों तथा पत्र-पत्रिकाओं की उपलब्धता सुनिश्चित की जायेगी। •ामाने के साथ चलने के प्रयास के तहत इस लाईब्रेरी में डिजिटल प्लेटफार्म भी उपलब्ध कराया जायेगा। इसके अलावे टीबी भी लगाया लगाया जायेगा। लाईब्रेरी में डिजिटल प्लेटफार्म के तहत यहां डिजिटल पुस्तकों की श्रंखला भी उपलब्ध कराई जायेगी। भवन की भी मरम्मती कराई जाएगी। ---
19 साल से बंद है यह पुस्तकालय---
जिस पुस्तकालय को चालु करने की पहल डीएम ने की है,वह पिछले 19 साल से बंद पड़ा है। या कहें कि इस श्रीकृष्ण पुस्तकालय का भवन तो बना दिया गया,मगर यह आज तक चालू हुआ ही नहीं। जब राजो सिंह बेगुसराय के सांसद थे थो उन्होंने अपने सांसद निधि से इस पुस्तकालय भवन का निर्माण कराया था। जिस जमीन पर यह भवन बना है वह डायट का है। पुस्तकालय का भवन बनाकर इसमें डीईओ कार्यालय संचालित किया जाने लगा। पिछले साल शहर के कुछ वुद्धिजीवी इस मुद्दे पर अपनी पहल शुरू की तो तब के डीएम ने डीईओ कार्यालय को यहां से हटा तो दिया,मगर इसमें पुस्तकालय शुरू नहीं हो पाया। अब डीएम की पहल से इसको लेकर नई उम्मीद जगी है।