कार्यपालक पदाधिकारी के निगरानी द्वारा पकड़े जाने पर कार्यालय में रही
निगरानी विभाग के विशेष टीम के द्वारा नगर परिषद के कार्यपालक पदाधिकारी विजय कुमार को ठेकेदार से 48 हजार घूस लेते पकड़े जाने के दूसरे दिन कार्यालय में विरानी दिखी। सामान्य कामकाज पर भी इसका असर रहा और कार्यालय में इसी बात की चर्चा होती रही। शहर भर में भी कार्यपालक पदाधिकारी के पकड़े जाने को लेकर राजनीतिक हस्तक्षेप की चर्चा होती रही। इसी का जायजा दैनिक जागरण ने आन द स्पाट लिया।
जासं, शेखपुरा:
निगरानी विभाग के विशेष टीम के द्वारा नगर परिषद के कार्यपालक पदाधिकारी विजय कुमार को ठेकेदार से 48 हजार घूस लेते पकड़े जाने के दूसरे दिन कार्यालय में विरानी दिखी। सामान्य कामकाज पर भी इसका असर रहा और कार्यालय में इसी बात की चर्चा होती रही। शहर भर में भी कार्यपालक पदाधिकारी के पकड़े जाने को लेकर राजनीतिक हस्तक्षेप की चर्चा होती रही। इसी का जायजा दैनिक जागरण ने आन द स्पाट लिया।
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स्थान: बरबीघा नगर परिषद कार्यालय
समय:12:00 बजे
नगर परिषद कार्यालय के मुख्य कार्यालय सभा कक्ष के सभी कमरों में ताले बंदी दिखी। नगर सभापति के कक्ष में नगर परिषद के कार्यकाल भंग होने के बाद से ही ताले बंदी रही। तो नगर परिषद के कार्यपालक पदाधिकारी के कमरे में भी तालाबंदी दिखाई दिया। एक कर्मचारी शीशे के काउंटर पर दिखाई दिए। बताया कि योजना का फाइल भी देखते हैं। इसी के साथ कंप्यूटर कक्ष में तालाबंदी दिखी। जबकि प्रधान सहायक के कक्ष खुला हुआ था परंतु वहां कोई दिखाई नहीं दिया। --
निचले तल पर दिखे नगर परिषद के कर्मी
नगर परिषद के निचले तल पर जहां जन्म मृत्यु प्रमाण पत्र, पेंशन सहायता, स्वंय सहायता इत्यादि के काम किए जाते हैं वहां 2-3 नगर परिषद के कर्मी दिखाई दिए। पूछने पर लोगों ने बताया कि नगर परिषद के कार्यपालक पदाधिकारी के गिरफ्तारी के बाद काम पर प्रभाव पड़ा है। कई तरह के काम उनके हस्ताक्षर से ही होते थे। इस वजह से काम प्रभावित हुआ है। वहीं एक-दो लोग विभिन्न कामों के लिए आए, जिन्हें लौटा दिया गया। --
बाहरी परिसर में आधार कार्ड बनाने के लिए एक दर्जन लोग आए हुए थे। आधार कार्ड में नाम सुधारने, मोबाइल जोड़ने को लेकर लोग वहां पहुंचे थे और कर्मचारी के द्वारा इस काम को किया जा रहा था। कार्यपालक पदाधिकारी की डायरी खोलेगा कमीशन खोरी राज जागरण संवाददाता, शेखपुरा: मंगलवार को बरबीघा नगर परिषद के कार्यपालक पदाधिकारी विजय कुमार को निगरानी विभाग की विशेष टीम ने 48 हजार रूपये घूस ठिकेदार शंभू सिंह से लेते हुए रंगे हाथ पकड़ा। वहीं पटेल नगर के डेरा पर की गई छापेमारी में पांच करोड़ के लेन-देन का हिसाब भी डायरी से बरामद होने की बात सामने आने से कई लोगों में हड़कंप की स्थिति है। साथ ही साथ दो आधार कार्ड और दो पैन कार्ड की बरामदगी निगरानी विभाग के लिए भी हैरानी की बात रही।
— कमीशन खोरी का राज है डायरी में इस संबंध में मिली जानकारी में बताया गया कि घूस लेते हुए पदाधिकारी ने 16 प्रतिशत के अतिरिक्त कनीय अभियंता को मिलने वाला पांच प्रतिशत कमीशन को भी आगे से उन्हीं को देने के लिए कहा। निगरानी के द्वारा जप्त किए गए डायरी में पांच करोड़ के लेनदेन और 16 प्रतिशत कमीशन का हिसाब किताब रखा गया है। बता दें कि इसी कमीशन के पैसे की हिस्सेदारी को लेकर नगर सभापति रौशन कुमार और कार्यपालक पदाधिकारी विजय कुमार के बीच अनबन हुई और फिर ठिकेदार के माध्यम से जाल बिछाकर निगरानी विभाग में कार्यपालक पदाधिकारी को अपने कब्जे में लिया।
- दो आधार कार्ड और दो पैन कार्ड
पदाधिकारी के पटेल नगर डेरा से दो आधार कार्ड और दो पैन कार्ड के बरामदगी को संदेहास्पद माना जा रहा है और इसे आमदनी छुपाने के लिए किया गया कृत्य मानते हुए इनकम टैक्स विभाग को लिखने के बाद भी पदाधिकारी कह चुके हैं।
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