कोरोना संक्रमण को नियंत्रित करने के लिए जांच पर जोर
शेखपुरा। पटना में होने वाली आरटीपीसीआर जांच के लिए अब अरियरी पीएचसी में भी सैंपल लिये जाएंगे। यह निर्देश गुरुवार को सिविल सर्जन ने दिया। पहले से यह सैंपल शेखपुरा तथा बरबीघा में लिया जा रहा था।
शेखपुरा। पटना में होने वाली आरटीपीसीआर जांच के लिए अब अरियरी पीएचसी में भी सैंपल लिये जाएंगे। यह निर्देश गुरुवार को सिविल सर्जन ने दिया। पहले से यह सैंपल शेखपुरा तथा बरबीघा में लिया जा रहा था। आरटीपीआर से पटना के पीएमसीएच में कोरोना को जांच होती है। इस विधि को कोरोना जांच को सबसे सटीक और विश्वसनीय माना जाता है। इसके पहले जिलास्तर पर ट्रू-नेट से तथा प्रखंडों में रैपिड एंटीजेन किट से कोरोना की जांच होती है।
आरटीपीसीआर जांच को लेकर सिविल सर्जन डॉ. कुंवर सिंह ने गुरुवार को सदर अस्पताल तथा अरियरी के फरफर पीएचसी का दौरा किया। इस दौरान सिविल सर्जन ने जिले में कोरोना जांच की समीक्षा की। सिविल सर्जन के साथ डीपीएम श्याम कुमार निर्मल भी शामिल थे। सिविल सर्जन ने बताया कि जिले में अब तक एक लाख लोगों के सैंपल की जांच की गई है। इसमें दो हजार आठ सौ लोग संक्रमित पाए गए हैं। इसमें से 2733 लोग स्वस्थ्य हो चुके हैं। जिले में कोरोना से बीमार लोगों की रिकवरी रेट लगभग 90 प्रतिशत है। उन्होंने बताया कि जिले के सभी पीएचसी पर एंटीजेन जांच का काम हो रहा है। इसको और तेज करने का प्रयास किया जा रहा है। स्वास्थ्य विभाग जिले में जांच बढ़ाने के साथ संक्रमण से बचने के लिए लोगों को जागरूक भी कर रहा है।