6 साल से रक्तदान करने के बाद जरूरत पड़ने पर खून के लिए भटक रहे शेखपुरा के लोग
शेखपुरा। पिछले 6 वर्षों से शेखपुरा के ब्लड बैंक में ताला लटका हुआ है। इसके पहले यह ब्लड बैंक काम कर
शेखपुरा। पिछले 6 वर्षों से शेखपुरा के ब्लड बैंक में ताला लटका हुआ है। इसके पहले यह ब्लड बैंक काम कर रहा था। अब ब्लड बैंक के बंद रहने से जरूरतमंद लोगों को खून की जरूरत पड़ने पर बाहर जाना पड़ता है। शेखपुरा का ब्लड बैंक बंद रहने का एक दूसरा पहलू यह है कि विभिन्न अवसरों पर शेखपुरा में संग्रहित किया हुआ खून नालंदा तथा पटना जिले के लोगों के काम आ रहा है। इस बावत बताया गया कि ब्लड बैंक का स्थान परिवर्तन होने की वजह से यह समस्या खड़ी हुई है। शेखपुरा में लगभग पांच वर्षो से अच्छे तरीके से ब्लड बैंक का संचालन किया गया मगर 2013 में ब्लड बैंक का स्थान परिवर्तित कर दिए जाने के बाद पिछले लगभग 6 वर्षों से इसमें ताला लटका हुआ है। बताया गया कि शुरू में शेखपुरा का ब्लड बैंक गिरि¨हडा स्थित अस्पताल परिसर में शुरू किया गया था। बाद में दल्लू चौक पर सदर अस्पताल का भवन बन जाने के बाद गिरि¨हडा अस्पताल से ब्लड बैंक को सदर अस्पताल के भवन में स्थानांतरित कर दिया गया जिससे तकनीकी पेच खड़ा हो गया। बताया गया कि स्थान बदलने की वजह से ब्लड बैंक का नया लाइसेंस लेना होता है। यही लाइसेंस अभी तक नये ब्लड बैंक को नहीं मिल पाया है। नया लाइसेंस जारी करने के लिए कोलकाता की टीम पिछले दो वर्षों में कई बार शेखपुरा ब्लड बैंक का निरीक्षण कर चुकी है मगर हर बार कोई न कोई कमी की वजह से यह मामला फंस जाता है। प्रक्रिया पूरी, दशहरा के पहले चालू हो जाएगा ब्लड बैंक : शेखपुरा ब्लड बैंक के प्रभारी अधिकारी डॉ. केएमपी ¨सह ने बताया कि ब्लड बैंक को लेकर पिछले 6 वर्षों से जो समस्या खड़ी है वह अब खत्म होने वाली है। ब्लड बैंक का स्थान बदलने की वजह से यह समस्या खड़ी हुई है। अगर पहले से जानते कि स्थान बदलने से ऐसा बखेड़ा खड़ा होगा तो इसे गिरि¨हडा स्थित भवन में ही चलाते। अब निरीक्षण की पूरी प्रक्रिया पूरी हो चुकी है। अब कोई नई समस्या पैदा नहीं हुई तो दशहरा के पहले शेखपुरा का ब्लड बैंक चालू हो जायेगा।