डीएम के सामने खुली शिक्षा विभाग की पोल- पांचवीं के छात्र नहीं बता पाये जिले का नाम
जागरण संवाददाता शेखपुरा दो महीने ही नीति आयोग ने शिक्षा के क्षेत्र में बेहतर प्रगति के ि
जागरण संवाददाता, शेखपुरा:
दो महीने ही नीति आयोग ने शिक्षा के क्षेत्र में बेहतर प्रगति के लिए जिले को पारितोषिक दिया है। इसके लिए स्वयं पीएम ने डीएम से बात की थी तथा जिला को आकांक्षी योजना में बेहतर प्रदर्शन के लिए तीन करोड़ रुपए का पुरस्कार मिला है। मगर शनिवार को इस कथित प्रगति का पोल नए डीएम सावन कुमार के समक्ष खुल गया। जिला मुख्यालय में संचालित गिरिहिड़ा मध्य विद्यालय के पांचवी का छात्र जिला का नाम नहीं बता पाया और गणित का साधारण गुना भी नहीं हल कर सका। पानी नहीं होने की वजह से एमडीएम योजना भी स्कूल में बंद मिला।
स्कूल में पढ़ाई के इस स्तर पर डीएम ने असंतोष जताया और प्रधानाध्यापक सहित शिक्षकों को अपनी ड्यूटी के प्रति जवाबदेह बनने की सलाह दी। असल में शनिवार को नए डीएम प्रमंडलीय आयुक्त के साथ बैठक में भाग लेने मुंगेर जा रहे थे। तभी रास्ते में गिरिहिड़ा मध्य विद्यालय निरीक्षण कर लिया। चार दिनों में डीएम का यह तीसरा स्कूल निरीक्षण है। स्कूल में बच्चों की कम उपस्थिति पर भी डीएम नाखुश दिखे। स्कूल के बच्चों ने स्कूल में शुक्रवार की दोपहर का भोजन नहीं मिलने की शिकायत डीएम से की। इस पर प्रधानाध्यापक ने डीएम को बताया पानी की समस्या की वजह से एमडीएम नहीं बना। डीएम ने मौके से ही पीएचईडी को स्कूल में नया बोरिग गाड़ने और तब तक नगर परिषद को टैंकर से पानी की आपूर्ति करने का निर्देश दिया। डीएम ने प्रधानाध्यापक और बाकी शिक्षकों को भी समय से स्कूल आने और मन लगाकर बच्चों को पढ़ाने को कहा।