धरमपुर में दबंगों के डर से कमजोर वर्ग के लोगों का जीना मुहाल
शेखपुरा। सदर ब्लॉक के धरमपुर गांव में दबंगों के डर से कमजोर वर्ग के लोगों का जीना मुहाल हो गया है। द
शेखपुरा। सदर ब्लॉक के धरमपुर गांव में दबंगों के डर से कमजोर वर्ग के लोगों का जीना मुहाल हो गया है। दबंगों के डर से भयभीत कमजोर वर्ग के लोगों ने अपने जान-माल की सुरक्षा की मांग को लेकर शुक्रवार को शेखपुरा पहुंचे और एसपी आवास का घेराव किया। बाद में आवास पर तैनात सुरक्षा बलों ने इन लोगों ने पुलिस कार्यालय भेज दिया। एसपी से जान-माल की सुरक्षा की गुहार लगाने वालों में कई महिला व पुरुष शामिल थे जिनमें रीना देवी, सोनी देवी, रेखा देवी, चंचला देवी, रंजीत राम, सोनू राम आदि भी शामिल हैं। सदर ब्लॉक का धरमपुर गांव शेखपुरा थाना के हथियावां पुलिस ओपी में पड़ता है। इस बाबत एसपी से अपनी बात कहने आये ग्रामीणों ने बताया कि हथियावां ओपी के पुलिस उनकी शिकायत को अनसुनी कर रही है। इसी वजह से वे लोग अब अपनी जान-माल की सुरक्षा के लिए एसपी से मिलने आये हैं। महिलाओं ने बताया कि धरमपुर गांव में छठ पूजा के दौरान दो पक्षों के बीच ¨हसक झड़प होने के बाद एक पक्ष के लोग जातीय गुटबंदी कर दूसरे पक्ष के लोगों के लिए लगातार खतरा पैदा कर रहे हैं। इसी में गुरुवार को एक पक्ष के दबंगों ने दूसरे पक्ष की महिलाओं को अपने खेत में धान काटने से जबरन मना कर दिया। एसपी से गुहार लगाने आई महिलाओं ने बताया कि दबंगों ने गांव में अघोषित रूप से कमजोर वर्ग के लोगों के खिलाफ कर्फ्यू लगा दिया है। इधर एसपी दयाशंकर ने बताया कि इस मामले में हथियावां ओपी पुलिस को ठोस कार्रवाई करने का निर्देश दिया गया है। एसपी ने बताया कि किसी को भी कानून हाथ में लेने नहीं दिया जायेगा। शराब पीकर गाली-गलौज को लेकर हुआ था विवाद
शेखपुरा : बुधवार को धरमपुर गांव में दबंगों द्वारा शराब पीकर कमजोर वर्ग के लोगों के साथ अकारण गाली-गलौज किये जाने की घटना को लेकर यह विवाद शुरू हुआ था। इस बाबत जानकारी में बताया गया कि गांव का एक युवक शराब पीकर बराबर कमजोर वर्ग के लोगों के साथ बिना किसी वजह गाली-गलौज करता था। इसी गाली-गलौज का विरोध करने पर कथित दबंगों ने कमजोर वर्ग के लोगों के साथ मारपीट की। इसी मारपीट को लेकर कमजोर वर्ग के लोगों ने भी दबंग की पिटाई कर डाली। इस मामले में जख्मी दबंग ने गांव के कुछ लोगों के खिलाफ प्राथमिकी भी दर्ज कराई है। अब इसी पिटाई से बिफरे दबंगों ने अपनी जाति के लोगों को गोलबंद करके इस मामले को जातीय रंग दे दिया है और कमजोर वर्ग के लोगों को अपने ही खेत से धान काटने व अन्य काम करने से रोक रखा है।