शेखपुरा में बीईओ कार्यालय में असामाजिक तत्वों ने लगाई आग, नियोजन की फाइलें राख
शेखपुरा। शिक्षक नियोजन में बड़े पैमाने पर फर्जीवाड़े की बात लगातार उठती रही है। पिछले दिनों भी जिले के शिक्षकों के फोल्डर की मांग राज्य निगरानी विभाग से की गई थी। इसी बीच सोमवार की अहले सुबह सदर प्रखंड के शिक्षा विभाग के कार्यालय में असामाजिक तत्वों ने आग लग गई जिससे शिक्षक नियोजन से संबंधित सभी फाइलें जल कर रखा हो गई।
शेखपुरा। शिक्षक नियोजन में बड़े पैमाने पर फर्जीवाड़े की बात लगातार उठती रही है। पिछले दिनों भी जिले के शिक्षकों के फोल्डर की मांग राज्य निगरानी विभाग से की गई थी। इसी बीच सोमवार की अहले सुबह सदर प्रखंड के शिक्षा विभाग के कार्यालय में असामाजिक तत्वों ने आग लग गई, जिससे शिक्षक नियोजन से संबंधित सभी फाइलें जल कर रखा हो गई। इस मामले में प्रखंड शिक्षा पदाधिकारी अश्वनी कुमार ने अज्ञात के विरुद्ध प्राथमिकी दर्ज कराई गई है।
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शिक्षक नियोजन की फाइलों को बनाया निशाना
सोमवार की सुबह स्थानीय लोगों ने प्रखंड शिक्षा कार्यालय से धुआं उठता हुआ देखा। इसकी सूचना डीपीओ सतीश कुमार को दी गई। इसके बाद वह मौके पर पहुंचे तथा अन्य कर्मियों के सहयोग से बगल के गड्ढे से पानी लेकर आग पर काबू पाया गया। डीपीओ ने बताया कि कार्यालय की खिड़की खोलकर किसी ने संचिका स्थल को आग के हवाले कर दिया है।
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2007 के नियोजन की जलीं फाइलें : प्रखंड शिक्षा कार्यालय में आग लगने की वजह से 2007 में शिक्षक नियोजन से संबंधित संचिका के जलने के बात विभागीय कर्मी बता रहे हैं। इस मामले में जो प्राथमिकी दर्ज कराई गई है उसमें भी 2007 के शिक्षक नियोजन की संचिका के जलने की बात कही गई है। प्रखंड के शिक्षकों के सर्विस बुक की छाया प्रति, कार्यालय का पंखा एवं अन्य सामग्री को भी इस घटना में जल कर राख हो गई।
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बड़ी साजिश से इन्कार नहीं : इस मामले में जिला शिक्षा पदाधिकारी रंजीत पासवान ने कहा कि शिक्षक नियोजन से संबंधित संचिका रखे गए कार्यालय में आग लगाने की घटना नियोजन की गड़बड़ी को छिपाने की साजिश होने इन्कार नहीं किया जा सकता है।
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कहती है पुलिस
इस संबंध में पुलिस अधीक्षक कार्तिकेय शर्मा ने बताया कि प्राथमिकी दर्ज करने के बाद घटनास्थल पर जाकर जांच की गई है। प्रथम दृष्टया शार्ट सर्किट से आग नहीं लगने की बात सामने आई है। पुलिस इस मामले में तह तक जाकर जांच करेगी।