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अक्षय नवमी पर महिलाओं ने की आंवले के वृक्ष की पूजा

शेखपुरा। शुक्रवार को जिले में जगह-जगह अक्षय नवमी का पर्व मनाया गया। इस अवसर पर शहर के विभिन्न आंवला

By JagranEdited By: Published: Fri, 16 Nov 2018 05:09 PM (IST)Updated: Fri, 16 Nov 2018 05:09 PM (IST)
अक्षय नवमी पर महिलाओं ने की आंवले के वृक्ष की पूजा
अक्षय नवमी पर महिलाओं ने की आंवले के वृक्ष की पूजा

शेखपुरा। शुक्रवार को जिले में जगह-जगह अक्षय नवमी का पर्व मनाया गया। इस अवसर पर शहर के विभिन्न आंवला वृक्ष के पास बड़ी संख्या में महिलाएं जुटीं। इसी तरह का नजारा ग्रामीण क्षेत्रों में भी देखने को मिला। शेखपुरा के बाईपास रोड में भाजपा के सहकारिता मंच कार्यालय परिसर में स्थित आंवला वृक्ष के पास शहर के कई मोहल्ले के लोग एक साथ जुटे। यहां लोगों ने आंवला वृक्ष की सामूहिक पूजा की तथा वहीं पर खिचड़ी पकाकर सामूहिक भोज किया। आंवला वृक्ष के नीचे अक्षय नवमी की कथा सुनायी गई। इस अवसर पर महिलाओं ने आंवला वृक्ष में रक्षा सूत्र भी बांधा। ¨हदी तिथि में भेद की वजह से अक्षय नवमी का यह आयोजन आज शनिवार को भी कई स्थानों पर किया जाएगा। धार्मिक मान्यताओं के सहारे पर्यावरण संरक्षण का बड़ा संदेश :

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आचार्य निरंजन पांडे ने बताया कि ¨हदू धर्म ग्रंथों में इस बात का उल्लेख है कि आंवले के वृक्ष में भगवन विष्णु का वास होता है। अक्षय नवमी ऐसा शुभ दिवस है जिसमें दिये हुए दान का कभी क्षय नहीं होता है। इतना ही नहीं साल भर के दौरान किए गए बुरे कर्मो के पाप से मुक्ति का भी यह दिन माना जाता है। पांडेय ने बताया कि ग्रंथों में इस बात का उल्लेख है कि साल भर के बुरे कर्मों से मुक्ति के लिए कार्तिक महीने की शुक्ल पक्ष की नवमी को आंवला के वृक्ष की पूजा की जाती है। यह त्योहार पर्यावरण संरक्षण का भी बड़ा संदेश देता है।


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