रसोई गैस की होम डिलीवरी के नाम पर 40 से 50 रुपये अतिरिक्त वसूल रही एजेंसी
शेखपुरा। इन दिनों जहा घरेलू गैस और पेट्रोलियम के बढ़ी कीमतों ने छोटे व मध्यम वर्गीय परिवारों के घरों का बजट बिगाड़ रखा है वहीं बरबीघा में एलपीजी गैस की होम डिलीवरी के नाम पर अतिरिक्त वसूली धड़ल्ले से की जा रही है। रसोई गैस वेंडरों द्वारा 40 से 50 रुपये ठेला भाड़ा के नाम पर लिया जा रहा है।
शेखपुरा। इन दिनों जहा घरेलू गैस और पेट्रोलियम के बढ़ी कीमतों ने छोटे व मध्यम वर्गीय परिवारों के घरों का बजट बिगाड़ रखा है, वहीं बरबीघा में एलपीजी गैस की होम डिलीवरी के नाम पर अतिरिक्त वसूली धड़ल्ले से की जा रही है। रसोई गैस वेंडरों द्वारा 40 से 50 रुपये ठेला भाड़ा के नाम पर लिया जा रहा है।
867 रुपये प्रति सिलिंडर मिलने वाला गैस वेंडरों द्वारा 40 रुपये से 50 रुपये अधिक लेकर दिया जा रहा है। नगर के नसीबचक मोहल्ले की निवासी गृहणी मीरा देवी ने बताया कि वेंडर एक्स्ट्रा चार्ज को लेकर बराबर झिक-झिक करता है। वह कहता है कि सस्ता चाहिए तो गोदाम पर जा कर लाना होगा। घर पहुंचाएंगे तो अतिरिक्त रुपये देने ही होंगे। मिशन चौक निवासी गृहणी दीपांजलि ने बताया कि मोबाइल पर आए मैसेज में 867 की बात वेंडर से पूछा कि आप 40 रुपये ज्यादा क्यों मांगते हैं तो वेंडर कहता है लाने के बदले लेता हूं। गैस एजेंसी वाला थोड़े ही खर्चा देता है। भाड़ा तो देना ही होगा।
माऊर निवासी गृहणी व पार्लर संचालिका आरूनी सिंह कहती हैं कि एक तो गैस का दाम दिन प्रतिदिन बढ़ता जा रहा है और सब्सिडी भी मात्र 79 रुपया आता है और उसके बाद 40 से 50 रुपये का अतिरिक्त बोझ बजट को बढ़ा रहा है। शेरपर निवासी गृहणी रीना सिंह कहती है दिन प्रतिदन सब्सिडी घटती जा रही है। रसोई गैस के दाम हवा से बात कर रही है। उपर से 40 रुपये कभी 50 रुपया अलग से वेंडर का भाड़ा देना है। महल्ला पर निवासी गृहणी नेहा कुमारी ने कहा कि जिस हिसाब से गैस के दाम बढ़ रहा है उससे लगता है कि अब फिर से लकड़ी व कोयला पर ही निर्भर होना पड़ेगा।