शिवहर में बागमती नदी के जलस्तर में गिरावट, बाढ़ का संकट बरकरार
शिवहर। शनिवार को लगातार दूसरे दिन बागमती नदी के जलस्तर में गिरावट आई है।
शिवहर। शनिवार को लगातार दूसरे दिन बागमती नदी के जलस्तर में गिरावट आई है। पिछले 24 घंटे के भीतर जलस्तर में 0.30 मीटर की गिरावट दर्ज की गई है। शनिवार की शाम डुब्बाघाट स्थित रेनगेज पर बागमती नदी का जलस्तर 59.90 मीटर दर्ज किया गया है। वर्तमान में नदी लाल निशान से 1.38 मीटर नीचे बह रही है। जलस्तर में गिरावट के बाद भी जिले में बाढ़ का संकट बरकरार है। पिपराही के इलाकों में लोगों को बाढ़ से हल्की राहत मिली है। हालांकि, बागमती नदी का पानी अब तरियानी प्रखंड के निचले इलाकों में पसर रहा है। इसके चलते तरियानी का बेलसंड से सड़क संपर्क भंग हो गया है। उधर, जलस्तर में कमी के बाद अब कई स्थानों पर तटबंध में दबाव से कटाव तेज हो गया है। मजदूरों की टीम तटबंध की मरम्मत में लगी हुई है। कार्यपालक अभियंता शशि कुमार चौधरी के नेतृत्व में जल संसाधन विभाग की टीम विभिन्न इलाकों में कैंप कर रही है। इधर, बाढ़ के पानी ने शिवहर जिले के पिपराही प्रखंड के बेलवा, नरकटिया, इनरवा, माधोपुर, पुरनहिया प्रखंड के अदौरी, बराही जगदीश, पिपराही पुर्नवास और दोस्तियां, तरियानी प्रखंड के तरियानी छपरा, विशंभरपुर, कुंडल, मोहारी और चक सुरगाही सहित कई गांवों के निचले और नए इलाकों में स्थायी जगह बना लिया है। शिवहर-चंपारण स्टेट हाईवे के बेलवा-नरकटिया में कई स्थानों पर सड़क पर बाढ़ के पानी का बहाव जारी रहने के कारण शनिवार को लगातार 13 वें दिन भी वाहनों का परिचालन पूरी तरह ठप रहा। इधर, बागमती नदी में उतार चढ़ाव के बीच तटबंधों के किनारे बसे गांवों के लोगों की चिता बढ़ गई है। इस साल 16 दिन के भीतर बागमती नदी में तीन बार उफान आया है। ग्रामीणों का कहना हैं कि, अब पानी से भर गया है। अब बाढ़ और वर्षा की स्थिति में पानी गांवों में घुस जाएगा। इससे भारी तबाही होगी।