एलईडी लाइट लगने से शहर की बदल गई सूरत
मुख्यालय सहित नगर पंचायत क्षेत्र के सभी वार्डों में एलईडी बल्ब लग जाने से शहर की मानों सूरत ही बदल गई है।
शिवहर। मुख्यालय सहित नगर पंचायत क्षेत्र के सभी वार्डों में एलईडी बल्ब लग जाने से शहर की मानों सूरत ही बदल गई है। मुख्य सड़क से लेकर गली मुहल्लों तक के बिजली के हर खंभे से एलईडी रोड लैंप रोशनी बिखेर रहा है। नतीजतन जहां परू्व में शाम ढले अंधेरा घना होते ही सड़कें सूनी होने लगती थीं। सड़क पर आमोदरफ कम लोग घरों में कैद हो जाते थे अब वैसी बात नहीं है। ठंड होने के बावजूद देर शाम लोग घरों के आगे चौपाल लगा देश- विदेश, मौजूदा राजनीति घटनाक्रम एवं अन्य बिदुओं पर चर्चा करते मिल जाएंगे। इसके कई प्रत्यक्ष एवं अप्रत्यक्ष लाभ हैं। एक तो अपराध नियंत्रण के ²ष्टिकोण से यह काफी फायदेमंद है। दूसरे कि अब चोरी छुपे रात के अंधेरे में सड़क पर कचरा फेंकने वाले स्वत: अपने घरों में लौट गए हैं। तीसरे अंधेरा मिटने से देर सबेर किसी जरुरतमंद को कहीं जाने में कोई परेशानी नहीं होगी। गांवों की सड़कें भी की जाएं रौशन हर गांव से शहर आनेवाले लोग इस बदलाव को देख रहे हैं। वहीं अब यह सवाल या फिर मांग उठने लगी है कि क्या रौशनी में रहने का अधिकार सिर्फ शहरवासियों को है। ताजपुर ग्राम कचहरी सरपंच मुकेश कुमार सिंह, हरनाही पूर्व मुखिया रामबाबू सिंह, जगदीशपुर कोठियां निवासी अरुण कुमार सिंह, रुपवारा निवासी वीरेंद्र कुमार सिंह, धोबाहीं निवासी अवधकिशोर प्रसाद गुप्ता, सहित दर्जनों लोगों की मांग है कि शहर की तर्ज पर गांवों में भी एलईडी बल्ब लगाया जाना आवश्यक है। कहा कि गांव में तो यह और भी जरूरी इसलिए है कि वहां की दिनचर्या अलसुबह ही शुरु हो जाती है। दूसरे कि गांव की सड़कें भी अक्सर बदहाल होती हैं। नाले, एवं कीचड़ की समस्या होती है ऐसे में वहां रोड लैंप की रोशनी बेहद जरूरी है। सरकार एवं विभाग को इसे गंभीरता से लेने की जरूरत है।