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सुबोध राय हत्याकांड में आरोपितों की तलाश में छापेमारी, तनाव बरकरार

शिवहर। पूर्व मुखिया सह जाप नेता सुबोध राय हत्याकांड में आरोपितों की तलाश में पुलिस की टीम बुधवार को छापेमारी करती रही है।

By JagranEdited By: Published: Thu, 30 Jun 2022 01:15 AM (IST)Updated: Thu, 30 Jun 2022 01:15 AM (IST)
सुबोध राय हत्याकांड में आरोपितों की तलाश में छापेमारी, तनाव बरकरार
सुबोध राय हत्याकांड में आरोपितों की तलाश में छापेमारी, तनाव बरकरार

शिवहर। पूर्व मुखिया सह जाप नेता सुबोध राय हत्याकांड में आरोपितों की तलाश में पुलिस की टीम बुधवार को छापेमारी करती रही है। एसपी अनंत कुमार राय के निर्देश पर एसडीपीओ संजय कुमार पांडेय के नेतृत्व में श्यामपुर भटहां थानाध्यक्ष विजय कुमार यादव की टीम अलग-अलग इलाकों में छापेमारी की। हालांकि, आरोपितों का कहीं पता नहीं चल पाया। बता जा रहा हैं कि, प्राथमिकी दर्ज होने के बाद से हत्यारोपित फरार चल रहे है। एसपी अनंत कुमार राय ने बताया कि, मामले की तफ्तीश चल रही है। पुलिस आरोपितों की गिरफ्तारी के लिए छापेमारी भी कर रही है। कहा कि, शीघ्र ही हत्यारोपी पकड़े जाएंगे। बताते चलें कि, सोमवार की तड़के सुबह रामवन गांव में पूर्व मुखिया सह जाप नेता तथा रामवन रोहुआ पंचायत की मुखिया मुन्नी देवी के पति सुबोध राय की बदमाशों ने गोली मारकर हत्या कर दी थी। मंगलवार को श्यामपुर भटहां थाने में हत्या की प्राथमिकी दर्ज कराई गई थी। जिसमें रामवन रोहुआ के पैक्स अध्यक्ष नितेश कुमार उर्फ छोटू सिंह, पिता विनय कुमार सिंह, अमित कुमार सिंह, बहुआरा निवासी लालू सिंह, रोहुआ निवासी गौतम सिंह उर्फ नवरत्ना सिंह के अलावा रामवन निवासी मुकेश सिंह, मसहा निवासी दिलीप कुमार सिंह, रवींद्र सिंह, रोहुआ निवासी विराज मंडल व तीन-चार अज्ञात को आरोपित किया गया था। दर्ज प्राथमिकी में भूमि विवाद में हत्या का आरोप लगाया गया था। गांव में तनाव बरकरार, दो गुटों में बंटा समाज, इलाके में जातीय टकराव के बढ़े आसार::

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शिवहर : सुबोध राय हत्याकांड के बाद गांव में अब भी तनाव बरकरार है। समाज दो गुटों में बंटा नजर आ रहा है। साथ ही जातीय टकराव के आसार बढ़ गए है। गांव में अब भी पुलिस बल तैनात है। पुलिस अधिकारियों की टीम लगातार गांव का दौरा कर रही है। घटना को लेकर गांव में चर्चाओं का बाजार गर्म है। हत्या का कारण भूमि विवाद बताया गया है। लेकिन, लोग दबी जुबान से अन्य कारण पर भी चर्चा कर रहे है। घटना में एक ही जाति के आठ लोगों को आरोपित किया गया है। इसके चलते वारदात को जातीय टकराव के रूप में देखा जा रहा है। हत्या कारण कारण बनी जिस जमीन की चर्चा हो रही है। उसको लेकर भी सवाल उठ रहे है। बताया जा रहा हैं कि उस जमीन को गलत तरीके से सुबोध राय ने अपने नाम करा लिया था। जबकि, सुबोध राय के स्वजनों का कहना है कि, उन्होंने जमीन खरीदी थी। उस पर विनय कुमार सिंह जबरन कब्जा करना चाहते थे। इधर, हाल के वर्षों में सुबोध राय का राजनीतिक कद जिस तरह से बढ़ रहा था, उससे विरोधियों में हड़कंप की स्थिति थी। सुबोध राय के प्रति बढ़ते जनाधार भी उनके विरोधियों को पच नहीं रहा था। जबकि, लगातार जारी विरोध के चलते वह नक्सलियों की हिट लिस्ट में थे। ऐसे में भूमि विवाद का लाभ कोई दूसरा तो नहीं उठा ले गया। इधर, दर्ज प्राथमिकी में जो नाम दिए गए है उनमें कई लोग पंचायत चुनाव में सुबोध राय के खिलाफ थे। इसके कारण पंचायत चुनाव के समय से ही टकराव की स्थिति थी। पुलिस भी प्राथमिकी के आधार के अलावा अन्य तथ्यों पर भी मामले की तफ्तीश कर रही है। लेकिन, हत्या के इस मामले के बाद रामवन गांव दो गुटों में बंटा नजर आ रहा है।

राजनीतिक साजिश के तहत फंसाने का आरोप

शिवहर: सुबोध राय हत्याकांड में आरोपित रामवन रोहुआ पंचायत के पैक्स अध्यक्ष नितेश कुमार सिंह उर्फ छोटू सिंह की पत्नी रागिनी सिंह ने पति को बेगुनाह बताया है। कहा हैं कि, हत्या के इस मामले में उनके पति और ससुर को फंसाया जा रहा है। बताया यह पूर्वाग्रह व राजनीतिक साजिश है। बताया कि, उनके पति ने मुन्नी देवी के खिलाफ पंचायत चुनाव लड़ा था। यही वजह हैं कि, उन्हें फंसाया गया है। रागिनी सिंह ने एसपी ने मामले की निष्पक्ष जांच कराने की मांग की है।


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