मातृ- शिशु अस्पताल में जरूरी संसाधनों का संकट
शिवहर। मुख्यालय स्थित मातृ-शिशु अस्पताल में मुकम्मल चिकित्सकीय सुविधा नहीं मिलने से मरीजों को खासी परेशानी हो रही है।
शिवहर। मुख्यालय स्थित मातृ-शिशु अस्पताल में मुकम्मल चिकित्सकीय सुविधा नहीं मिलने से मरीजों को खासी परेशानी हो रही है। उक्त बातें क्षेत्रीय अपर निदेशक (स्वास्थ्य सेवाएं) तिरहुत प्रमंडल डॉ. मेंहदी हसन ने अस्पताल निरीक्षण के बाद कही। बताया कि हद तो यह कि यहां फर्स्ट- एड तक की सुविधा नहीं है। ऑपरेशन थियेटर एवं प्रसव कक्ष की हालत भी दयनीय है। वहां जरुरी एवं इमरजेंसी दवाएं उपलब्ध नहीं है। विशेषज्ञ एवं पारा मेडिकल कर्मी नहीं है। परिसर की बाउंड्री नहीं होने से अवांछित तत्वों का अस्पताल में जमावड़ा रहता है जो विधि व्यवस्था के अनुकूल नहीं है। - बिना इंश्योरेंस की चल रही है एंबुलेंस की गाड़ियां डॉ. मेंहदी हसन ने आश्चर्य जताया कि एंबुलेंस की गाड़ियां बिना इंश्योरेंस की चल रही हैं। वहीं इस बात पर सख्त नाराजगी जताई कि ऐसी जानकारी मिली है कि आशा द्वारा प्रसव या अन्य बीमारियों के महिला मरीजों को बहकाकर कहीं अन्यत्र ले जाती हैं। जो गहरे चिता का विषय है। इसके अलावा भर्ती मरीजों के स्वजन खुले बाजार से जांच कराने एवं दवा खरीदने को जाते हैं यह बेहद शर्मनाक स्थिति है।
उपरोक्त विषमताओं को लेकर जहां सख्त नाराजगी जताई। वहीं एक सप्ताह के भीतर अस्पताल प्रबंधन को चुस्त-दुरुस्त करने का निर्देश दिया। साथ ही मातृ-शिशु अस्पताल में प्रतिनियुक्त सुरक्षा कर्मियों में पुरुष की संख्या बढ़ाने का भी निर्देश दिया। वहीं चिकित्सा पदाधिकारियों की बैठक कर इस बात की ताकीद की गई कि परिवार नियोजन ऑपरेशन, सिजेरियन ऑपरेशन एवं टीकाकरण कार्य अविलंब प्रारंभ करें। परिसर की साफ सफाई के लिए भी आगाह किया गया। मौके पर अस्पताल के सभी अधिकारी एवं कर्मचारी मौजूद थे।