ताड़ी और नीरा पर लगाए गए प्रतिबंध का किया विरोध
शिवहर। सूबे में शराबबंदी के बाद सरकार द्वारा नीरा और ताड़ी पर प्रतिबंध तो लगा दिया गया।
शिवहर। सूबे में शराबबंदी के बाद सरकार द्वारा नीरा और ताड़ी पर प्रतिबंध तो लगा दिया गया। लेकिन इस पर आधारित लोगों के जीविकोपार्जन के लिए सरकार द्वारा कोई पहल नहीं की गई। ताड़ी और नीरा पर सरकार की अस्पष्ट नीति के चलते शिवहर समेत सूबे की बड़ी आबादी के लिए जीविकोपार्जन बड़ा सवाल बन गया है। यही वजह हैं कि, शनिवार को शिवहर में न्यू अखिल भारतीय पासी समाज के प्रदेश अध्यक्ष नथुनी महतो के नेतृत्व में पासी समाज के लोगों ने प्रदर्शन किया। साथ ही हक के लिए हुंकार भरी।
साथ ही मांगों का ज्ञापन डीएम समेत अधिकारियों को देकर अविलंब नीति स्पष्ट करने की मांग की। प्रदेश अध्यक्ष नथुनी महतो ने कहा कि सरकार ने बगैर सोचे समझे नीरा और ताड़ी से जुड़े टैपरो व इससे जुड़े व्यवसाय पर प्रतिबंध लगा दिया। वहीं टैपरो और पासी समाज के कल्याण के लिए सरकार ने कोई ठोस नीति नहीं बनाई। यही वजह हैं कि पासी समाज के लिए जीविकोपार्जन परेशानी का कारण बन गया है। कहा कि कहने के लिए कुछ एनजीओ को काम दिया गया। लेकिन सारे एनजीओ का काम कागज पर ही दौड़ रहा है। धरातल पर कुछ नहीं दिख रहा है। उन्होंने आरटीआई से मिली जानकारी जिसमें शिवहर में दो नरा उत्पादक समूह का गठन किए जाने की जानकारी दी गई है। उसपर सवाल उठाया। कहा कि सरकार अविलंब नीति स्पष्ट करे और पासी समाज के लिए रोजगार की व्यवस्था करें। मौके पर गनेण चौधरी, कृष्ण चौधरी, नरेश चौधरी, मिथिलेश चौधरी, देवन चौधरी, भोला चौधरी, मुकेश चौधरी, उमेश चौधरी, शत्रुध्न चौधरी व रामजलम चौधरी समेत दर्जनों लोग मौजूद थे।