मांगने गए थे परिवार के लिए खुशी, मिला जिंदगी भर का गम
कमरौली चौक पर सैलून चलाने वाले कमल ठाकुर के स्वजन बच्चों के साथ रविवार को देकुली धाम में जलाभिषेक कर परिवार के लिए खुशी मांगने गए थे।
शिवहर। कमरौली चौक पर सैलून चलाने वाले कमल ठाकुर के स्वजन बच्चों के साथ रविवार को देकुली धाम में जलाभिषेक कर परिवार के लिए खुशी मांगने गए थे। लेकिन, मिला जिदगी भर का गम। चार वर्षीया शिवानी की ट्रैक्टर से कुचलकर हुई मौत ने कमल ठाकुर और उनके स्वजनों को कभी भी नहीं भुलने वाला गम दे गया है। वहीं छह वर्षीय रूपेश तथा 15 वर्षीया रागिनी अब भी शिवहर के सरोजा सीताराम सदर अस्पताल में जिदगी और मौत के बीच जूझ रहे है। एक ही परिवार के इन बच्चों के हादसे का शिकार होने के बाद कमरौली वार्ड एक में मातम का माहौल है। गांव के लोग नवरात्र के उत्सव में डूबे थे। लेकिन इस हादसे के बाद मातम का साया है। शिवानी की मौत के बाद स्वजनों के क्रंदन और चीत्कार से इलाका दहल गया है। पोस्टमार्टम बाद शव के गांव लाए जाने के बाद स्वजनों में कोहराम मच गया। बताया गया हैं कि शिवानी तीन भाइयों में इकलौती बहन थी। उसने अभी जिदगी के मायने भी नहीं समझ पाए थे कि हादसे ने उसकी जिदगी निगल ली। उसकी मां बेटी का शव देख कर बार-बार बेहोश हो रही थी। पिता का भी बुरा हाल था। आसपास के लोग सहारा दे रहे थे। उधर, गांव के लोग अब इलाजरत रूपेश और रागिनी की सलामती की दुआ कर रहे है। श्यामबाबू ठाकुर और नारायण ठाकुर तथा स्वजन भी इस घटना के बाद बदहवास नजर आ रहे है। वार्ड सदस्य राजीव पटेल ने हादसे के लिए चालक की लापरवाही को जिम्मेदार ठहराया।