अस्पताल में मरीजों को मिले हर जरूरी सुविधा : डीएम
शिवहर। यूं प्रतीत होता है कि जिले की चिकित्सा व्यवस्था में आमूल परिवर्तन देखने को मिलेंगे।
शिवहर। यूं प्रतीत होता है कि जिले की चिकित्सा व्यवस्था में आमूल परिवर्तन देखने को मिलेंगे। ब्लड बैंक एवं पोस्टमार्टम हाउस चालू कराने को लेकर गंभीर डीएम ने बुधवार को रोगी कल्याण की बैठक बुलाई। इस दौरान कई गंभीर मसलों पर विमर्श किया गया। चिता जताई गई कि जिले में अब तक इन दोनों अहम जरूरतों को पूरा क्यों नहीं किया गया। डीएम अरशद अजीज ने कहा कि अब देरी नहीं होनी चाहिए। मुख्यत: तीन बातों पर ध्यान केंद्रित किया गया जिसमें ब्लड बैंक, पोस्टमार्टम हाउस एवं मातृ-शिशु अस्पताल में सिजेरियन प्रसव की सुविधा शामिल हैं। इसके लिए आवश्यक उपस्कर एवं जरूरी सामानों की खरीदारी के लिए सिविल सर्जन डॉ. धनेश कुमार सिंह को निर्देश दिया गया। वहीं ताकीद की गई कि युद्ध स्तर पर इस कार्य को अंजाम दें। अब ऐसी परिस्थिति नहीं आनी चाहिए कि ब्लड के अभाव में किसी मरीज की जान चली जाए। या फिर शिवहर से शव के अंत्यपरीक्षण के लिए सीतामढ़ी की दौड़ लगानी पड़े। वहीं मातृ-शिशु अस्पताल में अगर सिजेरियन डिलीवरी की नौबत आए तो रेफर करने की भी स्थिति नहीं होनी चाहिए। समिति की बैठक में डीएम ने इस बात पर भी विशेष रूप से जोर दिया कि अस्पताल में इलाज को पहुंचे मरीज को वो हर जरूरी सुविधाएं दी जाएं जो आवश्यक है। दवा बाहर से खरीदने की मजबूरी मरीज या परिजन को नहीं होनी चाहिए। उसके अतिरिक्त मरीज को पथ्याहार एवं संतुलित भोजन, दूध, फल जो भी मानक निर्धारित है उसका शत-प्रतिशत अनुपालन करना सुनिश्चित किया जाए। वहीं इसकी सतत मॉनीटरिग भी आवश्यक है। मैं खुद कभी भी आकर चेक करूंगा। अनियमितता पाई गई तो फिर संबंधित अधिकारी या एजेंसी नपेंगे। मातृ-शिशु अस्पताल की ध्वस्त चहारदीवारी एवं जल निकासी की समुचित व्यवस्था को लेकर भी विमर्श किया गया। वहीं इसके लिए पीडब्ल्यूडी एवं नगर पंचायत को अधिकृत किया गया कि अस्पताल को साफ-सुथरा एवं सुरक्षित बनाने में अपनी जिम्मेदारी निभाएं। अंत में इन्हीं संकल्प के साथ बैठक मुकम्मल हुई कि कम समय में ज्यादा एवं जरूरी काम पूरा करना है ताकि जिले के मरीजों को जिले में समुचित इलाज की सुविधा मिल सके। उन्हें खर्चीले एवं परेशानी भरे इलाज के लिए बाहर जाने या फिर कर्ज के बोझ तले दबने की नौबत न आए। उक्त बैठक में सीएस डॉ. धनेश कुमार सिंह, डीडीसी मो. वारिस खान, डीएस डीएन मलिक, रेडक्रॉस सोसायटी के नीरज निरापद उर्फ मुन्ना जी, सामाजिक कार्यकर्ता हरिद्वार राय पटेल सहित अन्य संबंधित अधिकारी मौजूद थे।