कोरोना के साथ अब डेंगू की चुनौती
कोरोना संकट के बीच डेंगू व चिकनगुनिया के फैलने को लेकर स्वास्थ्य विभाग अलर्ट मोड पर है।
शिवहर। कोरोना संकट के बीच डेंगू व चिकनगुनिया के फैलने को लेकर स्वास्थ्य विभाग अलर्ट मोड पर है। डेंगू के प्रकोप को रोकने के लिए एंटी लार्वा केमिकल का छिड़काव शहर के जलजमाव वाले क्षेत्र में किया जाएगा। छठ पर्व के बाद छिड़काव का काम शुरू हो जाएगा। जिला वेक्टर जनित रोग नियंत्रण पदाधिकारी डॉ कामेश्वर कुमार सिंह ने बताया कि जिला को डेंगू मुक्त बनाने के लिए स्वास्थ्य विभाग ने कमर कस ली है। उन्होंने बताया कि डेंगू सहित अन्य मच्छर जनित बीमारी से निपटने के लिए स्वास्थ्य विभाग की एक टीम काम कर रही है। स्वास्थ्य विभाग की टीम को जिला व सामुदायिक स्तर पर इन रोगों के प्रति जागरूक करने व आपातकाल स्थिति में सक्रिय रहने के लिए कहा गया है।
ट्ठ-------- जल-जमाव वाले स्थानों पर होगा छिड़काव:::::: डेंगू-चिकनगुनिया फैलाने वाले मच्छर एडीज के लार्वा को नष्ट करने के लिए जिला स्तर पर कार्यरत फाइलेरिया इकाई द्वारा लार्वा साइडल का छिड़काव जलजमाव वाले स्थानों, नालों में किया जाएगा। स्थानीय निकायों से मच्छर नियंत्रण के कार्य में सहयोग प्राप्त किया जाएगा।
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लक्षणों के प्रति सावधान रहने की जरूरत:::: डॉ. कामेश्वर कुमार सिंह ने बताया कि डेंगू एवं चिकनगुनिया की बीमारी संक्रमित एडीस मच्छर के काटने से होती है। यह मच्छर आम तौर पर दिन में काटता है एवं यह स्थिर पानी में पनपता है। डेंगू का असर शरीर में 3 से 9 दिनों तक रहता है। इससे शरीर में अत्यधिक कमजोरी आ जाती और शरीर में प्लेटलेट्स लगातार गिरने लगती है। वहीं चिकनगुनिया का असर शरीर में 3 माह तक रहता है। गंभीर स्थिति में यह 6 माह तक रह सकता है। डेंगू एवं चिकनगुनिया के लक्षण एक जैसे ही होते हैं। इन लक्षणों के प्रति सावधान रहने की जरूरत है। ------------------
डेंगू एवं चिकनगुनिया के ये हैं लक्षण :::::
जिला वेक्टर जनित रोग नियंत्रण पदाधिकारी डॉ कामेश्वर कुमार सिंह ने बताया तेज बुखार, बदन, सर एवं जोड़ों में दर्द, जी मचलाना एवं उल्टी होना, आँख के पीछे दर्द, त्वचा पर लाल धब्बे, चकते का निशान, नाक, मसूढ़ों से रक्तस्त्राव , काला मल का आना डेंगू एवं चिकनगुनिया के लक्षण हैं। -------------------- बचाव के उपाय::::::
घर में साफ सफाई पर ध्यान रखें। कूलर एवं गमले का पानी रोज बदलें। -सोते समय मच्छरदानी का उपयोग करें। आस-पास गंदगी जमा नहीं होने दें। जमा पानी एवं गंदगी पर कीटनाशक का प्रयोग करें। डेंगू के लक्षण मिलने पर तुरंत ही नजदीकी स्वास्थ्य केंद्र में संपर्क करें।