जलजमाव और गंदगी के खिलाफ भड़का गुस्सा, नप कार्यालय का घेराव
गंदगी और जलजमाव से त्रस्त शिवहर शहर के वार्ड 14 के लोगों का शनिवार को गुस्सा फूट पड़ा। नाराज लोगों ने शनिवार को नगर परिषद कार्यालय का घेराव कर प्रदर्शन किया। इस दौरान लोगों ने आक्रोश जताया। लोगों का कहना था कि वार्ड 14 में गंदगी का अंबार है।
शिवहर । गंदगी और जलजमाव से त्रस्त शिवहर शहर के वार्ड 14 के लोगों का शनिवार को गुस्सा फूट पड़ा। नाराज लोगों ने शनिवार को नगर परिषद कार्यालय का घेराव कर प्रदर्शन किया। इस दौरान लोगों ने आक्रोश जताया। लोगों का कहना था कि वार्ड 14 में गंदगी का अंबार है। सड़कें ध्वस्त हो गई है। नाले का पानी सड़क पर बह रहा है। कई इलाकों में लंबे समय से जलजमाव और कीचड़ से सड़कें सनी हुई है। जिससे आवागमन बाधित है। बार-बार मांग के बावजूद शहरवासियों की समस्या बरकरार है। लोगों ने जलजमाव से मुक्ति दिलाने, सड़क की मरम्मत कराने और साफ-सफाई की मांगों का एक संयुक्त हस्ताक्षरित आवेदन कार्यपालक पदाधिकारी को सौंपा। जिसमें बताया कि मोहल्ले में छह फीट चौड़ी गली, जिसका उपयोग पूरे मोहल्ले वाले आवागमन के रूप में करते हैं। लेकिन इस गली में सालोभर जलजमाव रहता है। लोग खुद इसकी सफाई और पानी निकासी करते रहे हैं। कार्यपालक पदाधिकारी राम आशीष शरण तिवारी ने लोगों को समस्या के निवारण का आश्वासन कर शांत किया। करोड़ों खर्च के बावजूद लोगों को नहीं मिल रहा नल-जल योजना का लाभ
पुपरी : पूर्व नगर अध्यक्ष मनोज कुमार यादव ने नगर परिषद क्षेत्र में विभागीय स्तर पर कार्यों में किए जा रहे भेदभाव, कार्यालय में हो रही मनमानी से लेकर मुख्यमंत्री की महत्वाकांक्षी नल जल योजना महज दिखावे की योजना रह जाने आदि की शिकायत नगर कार्यपालक पदाधिकारी अतिउर रहमान से की है। इस बाबत दिए गए पत्र में पूर्व नगर अध्यक्ष ने सबसे पहले मुख्यमंत्री की महत्वाकांक्षी नलजल योजना पर सवाल खड़ा किया है। उन्होंने बताया है करोड़ों रुपये खर्च के बावजूद इस योजना का लाभ वार्ड की जनता को नहीं मिल पाया है। हालत यह है कि यह महज दिखाबे की योजना बनकर रह गया है। इसके बाद उन्होंने वार्डो में विभाग स्तर से किए जा रहे योजनाओं में एकरूपता नहीं बरती जा रही है। किसी वार्ड में 9 तरह के विकास योजनाओं को किया जा रहा है तो किसी वार्ड में एक से दो कार्य हो रहा है। इतना ही नहीं नगर परिषद कार्यालय में मनमाने ढ़ंग से कर्मियों की बहाली कर दिए जाने और कार्यालय में दो चतुर्थवर्गीय कर्मी होने के बाद भी उससे संबंधित कार्य सफाई कर्मियों से कराए जाने की बात कह इसकी जांच कर कार्रवाई की मांग की है।